फर्जी दस्तावेज बनाने के खेल का पुलिस ने किया भंडाफोड, सीएससी सेंटर संचालक गिरफ्तार

काशीपुर। कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) में लंबे समय से चल रहे फर्जी रॉयल्टी और अन्य दस्तावेज बनाने के खेल का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने आरोपी सीएससी संचालक को सैकड़ों फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, रॉयल्टी के साथ दबोच लिया। उसके पास से यूपी के अधिकारियों की फर्जी मुहरें, कई क्रेडिट-डेबिट कार्ड और नोट गिनने की मशीन भी बरामद की गयी है। मामले में तीन क्रशरों की मिलीभगत की बात भी सामने आयी है। इनकी जांच की जायेगी। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया। सोमवार को एएसपी राजेश भट्ट ने मामले का खुलासा किया। बताया कि रविवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि सुल्तानपुर पट्टी के जगन्नाथपुर क्षेत्र में संचालित कॉमन सर्विस सेंटर में फर्जी दस्तावेज (आधार, पैन और अन्य कागजात), खनन की फर्जी रॉयल्टी बनायी जा रही है। इस पर सीओ दीपशिखा अग्रवाल और प्रशिक्षु आईपीएस सर्वेश पंवार के नेतृत्व में टीम ने सेंटर पर छापा मारा। मौके से भारी मात्रा में फर्जी रॉयल्टी बरामद की गयीं। इनके अलावा बड़ी संख्या में फर्जी आधार, पैन कार्ड भी मिले। पुलिस ने मौके से कंप्यूटर, फर्जी दस्तावेज और अन्य उपकरण जब्त कर सेंटर संचालक मोहम्मद अकरम पुत्र अब्दुल खालिक निवासी ग्राम जगन्नाथपुर, सुल्तानपुर पट्टी को गिरफ्तार कर लिया। उसका एक साथी आजम पुत्र मो. हनीफ निवासी ग्राम जगन्नाथपुर फरार हो गया। एएसपी राजेश भट्ट ने बताया कि पूछताछ के बाद देर रात ही पुलिस ने आरोपी मोहम्मद अकरम के घर पर दबिश दी। उसके घर से 23 क्रेडिट और डेबिट कार्ड, एक नोट गिनने की मशीन को भी कब्जे में लिया। इनके अलावा यूपी में रामपुर के एसडीएम, खनन अधिकारी और अन्य अधिकारियों की फर्जी मुहरें भी आरोपी से मिली हैं। इन्हीं मुहरों के जरिये आरोप यूपी के लिये फर्जी रॉयल्टी तैयार करता था। एएसपी ने बताया कि पकड़ी गई फर्जी रॉयल्टी में देवभूमि क्रशर, तराई मिनरल क्रशर और सतनाम क्रशर का नाम मिला है। इन क्रशरों की जांच की जायेगी। बताया कि सोमवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।