पीने के पानी की गुणवत्ता से समझौता न करें: रावत

देहरादून(आरएनएस)। भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से आयोजित मंथन कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पीने के पानी की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। इसके लिए बनाए गए मानक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अनिवार्य हैं। ब्यूरो की देहरादून शाखा की ओर से गुरुवार को हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि आज जलवायु परिवर्तन, औद्योगिक अपशिष्ट और बढ़ते प्रदूषण के कारण शुद्ध पेयजल की उपलब्धता बड़ी चुनौती बन गई है। ऐसे में आधुनिक जल शोधन प्रणालियों का मानकीकरण और इनके वैज्ञानिक उपयोग को बढ़ावा देना समय की आवश्यकता है। देहरादून शाखा के निदेशक सौरभ तिवारी ने कहा कि उपभोक्ता सुरक्षा और मानकों के पालन के लिए जागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि ब्यूरो लगातार उद्योग, शिक्षा जगत और उपभोक्ताओं के साथ संवाद कर मानकों के प्रति जागरूक कर रहा है। उन्होंने ओरओ(रिवर्स ऑस्मोसिस ) की गुणवत्ता, टीडीएस लेबल, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की गाइड लाइन की जानकारी दी। मौके पर ब्यूरो की उप महानिदेशक (उत्तर) स्नेहलता, अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा प्रशासन ताजबर सिंह, अधिकारी प्रभारी, खाद्य सुरक्षा प्रशासन गणेश कंडवाल, संयुक्त निदेशक श्याम कुमार, सहायक निदेशक सौरभ कुमार चौरसिया आदि मौजूद थे।