पर्वतीय रूटों पर ठप रहीं बस सेवाएं, यात्री हुए परेशान

ऋषिकेश।  आधा दर्जन से अधिक पर्वतीय रूटों पर तीसरे दिन सोमवार को भी परिवहन सेवाएं गड़बड़ाईं रहीं। बसें नहीं मिलने से यात्री परेशान रहे। चुनाव में लगी बसों के मंगलवार से लौटने की उम्मीद है। इसके बाद बुधवार से स्थिति सामान्य होने का अनुमान है। विभिन्न कंपनियों की साढ़े चार सौ बसें चुनाव ड्यूटी में भेजी गई हैं।

चुनाव के चलते पर्वतीय रूट की परिवहन सेवाएं पटरी पर नहीं लौट पाई हैं। सोमवार को प्रतापनगर रूट की 6, घुत्तू की 5, बूढ़ाकेदार की 4, तिलवाड़ा की 6, गूलर दोगी क्षेत्र की 6, नागेश्वर तोड़ पर प्रतिदिन संचालित होने वाली 4 बस सेवाएं नहीं चलीं। इसके अलावा उत्तरकाशी, टिहरी, श्रीनगर, जोशीमठ, देवप्रयाग, यमकेश्वर, रूद्रप्रयाग, गोपेश्वर, पौड़ी, कोटद्वार सहित कई रूटों पर बसों का टोटा रहा। प्रत्येक रूटों पर प्रतिदिन आधा दर्जन से अधिक बसें संचालित होती हैं, लेकिन इन रूटों पर कुछ बसें ही चल पा रही हैं। इससे पहाड़ आने जाने वाले यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है। हररोज 150 बसें रोटेशन से विभिन्न रूटों के लिये संचालित होती हैं। जबकि, इन दिनों पर डाक व विश्वनाथ सेवा की मात्र 40 बसें ही चल रही हैं।

यातायात संघ अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने बताया कि प्रशासन ने साढ़े चार सौ बसें अधिगृहीत की है। पहाड़ के विभिन्न रूटों पर चलने वाली सेवाएं प्रभावित होने से यात्रियों को बुधवार तक दिक्कतें उठानी होंगी। वहीं, एआरटीओ अरविन्द पाण्डेय ने बताया कि मंगलवार शाम से बसों के लौटने का सिलसिला शुरू हो जायेगा। इसके बाद पर्वतीय रूटों पर सेवाएं सामान्य हो जाएंगी।