पहाड़ के रूटों पर बसें न चलने से गुस्साए यात्रियों का हंगामा

ऋषिकेश। ऋषिकेश से पहाड़ के विभिन्न रूटों पर संचालित बसें सोमवार को न चलने से गुस्साए यात्रियों ने हंगामा किया। आक्रोशित सवारियों ने संयुक्त यात्रा बस अड्डा मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। साथ ही यात्रा पर जा रहे वाहनों को भी रोक दिया। सूचना पर पहुंचे एआरटीओ प्रशासन को भी लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। काफी जद्दोजहद के बाद एसडीएम की मध्यस्थता में परिवहन विभाग की ओर से एक दिन पहले चारधाम यात्रा के लिए कब्जे में ली गई बसों में से आधी बसें लोकल रूटों पर संचालित करने की सहमति बनने पर मामला शांत हुआ। सोमवार सुबह से ही संयुक्त यात्रा बस अड्डा परिसर में टिहरी जनपद के लंबगांव, घनसाली आदि रूटों की सवारियां बसों के इंतजार में इधर-उधर भटकती रहीं। काफी देर बाद भी बस नहीं मिलने पर सवारियों ने टीजीएमओसी के टिकट काउंटर पर बसों के बारे में पूछताछ की। जानकारी मिली की एक दिन पहले रविवार को परिवहन विभाग ने पहाड़ के रूटों पर संचालित करीब 30 बसें चारधाम यात्रा के लिए कब्जे में ले ली है। इससे पहाड़ के लोकल रूटों पर बसें नहीं चल रही हैं। इस पर यात्रियों का पारा चढ़ गया और यात्रा बस अड्डा मार्ग पर जाम लगाकर परिवहन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जाम के चलते मार्ग के दोनों और प्राइवेट वाहनों की लंबी कतार लग गई, इससे यात्रा पर जाने वाली बसें आगे नहीं बढ़ सकीं।

सूचना पाकर पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंढियाल, एआरटीओ अरविंद पांडेय, वरिष्ठ उपनिरीक्षक डीपी काला मौके पर पहुंचे। आक्रोशित सवारियों ने एआरटीओ को घेर लिया और पहाड़ के रूटों की बस सेवाओं को बाधित करने का आरोप लगाया। चेताया कि जब तक पहाड़ के रूटों पर बसें नहीं चलेंगी, आंदोलन जारी रहेगा। इसी बीच एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी भी पहुंच गए। उन्होंने परिवहन विभाग की बसों को रोकने की कार्रवाई पर नाराजगी जतायी। यातायात एवं पर्यटन सहकारी संघ के अध्यक्ष मनोज ध्यानी, उपाध्यक्ष नवीन रमोला, संचालक योगेश उनियाल, दाताराम रतूड़ी की मौजूदगी में परिवहन विभाग की ओर से चारधाम यात्रा के लिए कब्जे में ली गई बसों में से 50 प्रतिशत बसें रूटों पर संचालित करने की सहमति बनने पर आक्रोशित यात्री शांत हुए। इसके बाद जाम हटाया गया।

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