पहाड़ का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा प्लांट फरवरी में लगने जा रहा

उत्तरकाशी। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 30 किमी दूर डुंडा ब्लॉक के पुजारगांव (धनारी) में पहाड़ का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा प्लांट लगने जा रहा है। पांच मेगावाट का यह प्लांट फरवरी 2021 में शुरू हो जाएगा। उत्तरकाशी उरेडा की वरिष्ठ परियोजना अधिकारी वंदना ने बताया कि इससे 25 ग्रामीणों को स्थायी रोजगार और 24 को उनकी खाली पड़ी भूमि का किराया मिलेगा।
पुजारगांव धनारी में बराड़ी नामे तोक में लगभग 500 नाली (10.80 लाख वर्गफीट) भूमि खाली पड़ी थी। पहले ग्रामीण यहां खेती करते थे, लेकिन जंगली जानवर फसल को भारी नुकसान पहुंचाते थे और उन्हें बीज का मूल्य भी नहीं मिल पाता था। इसी को देखते हुए डुंडा ब्लॉक के पूर्व प्रमुख कनकपाल परमार ने इस जमीन पर सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की योजना तैयार की। 24 ग्रामीणों से 500 नाली भूमि का किरायानामा बनवाया गया। प्लांट के लिए उन्होंने अपनी कंपनी श्री धनेश्वर प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड और पार्टनर साईंनाथ सोलर कंपनी से आवेदन किया। इस पर सरकार की ओर से पांच मेगावाट के सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की मंजूरी मिली।
बीते नवंबर में आसपास के गांवों की 40 महिलाओं ने इस भूमि पर झाड़ी काटने का कार्य किया। इसके लिए उन्हें दो लाख रुपये का भुगतान किया गया। झाडिय़ां काटने के बाद सौर ऊर्जा प्लेट के पोल को चार हजार गड्ढे तैयार करने का कार्य शुरू हुआ। इसमें 70 श्रमिक जुटे हुए हैं, जिनमें 20 स्थानीय हैं। एक गड्ढे की खोदाई करने पर प्रति श्रमिक 150 रुपये मिल रहे हैं। प्रबंध निदेशक कनकपाल परमार ने बताया कि मार्च 2021 तक सोलर प्लांट को ग्रिड का अनुबंध ऊर्जा निगम से हुआ है। जबकि, 20 फरवरी से पहले ही प्लांट से पांच मेगावाट का उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसी दौरान इसका लोकार्पण भी किया जाएगा। जिन ग्रामीणों से 500 नाली भूमि किराये पर ली गई है, उन्हें प्रतिवर्ष 7.5 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। हर पांच वर्ष में किराये में वृद्धि होगी।


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