ऑनलाइन लोन के झांसे में ओएलएफ कर्मी से 4.50 लाख की साइबर ठगी
देहरादून। मोबाइल पर गेम खेलते वक्त आए ऑनलाइन सस्ते लोन के विज्ञापन पर क्लिक करना भारी साबित हुआ। वह विज्ञापन साइबर ठगों का था। उन्होंने ऑप्टो इलेक्ट्रानिक्स फैक्ट्री रायपुर के कर्मचारी से 4.50 लाख रुपये हड़प लिए। रायपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष कुंदन राम ने बताया कि सुरेश कुमार बालियान निवासी कृष्णबिहार गुजरोंवाली, नथुवावाला ने तहरीर दी। बताया कि वह पिछले 33 सालों से ऑप्टो इलेक्ट्रानिक्स फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। बीते नौ जनवरी को वह अपने मोबाइल में बबल शूटर गेम खेल रहे थे। गेम के बीच फोन में विज्ञापन में बजाज फाइनेंस सर्विस नाम का लोन ऑफर का विज्ञापन चला। लोन के लिंक पर उन्होंने क्लिक किया। इस दौरान दस लाख रुपये का लोन लेने के लिए लिंक में अपनी जानकारी भर दी। दो दिन बाद एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को बजाज फाइनेंस कंपनी का लोन एजेंट महेंद्र सिंह निवासी पश्चिमी बंगाल का बताया। महेंद्र सिंह ने कंपनी कर्मचारी बताते हुए पंकज सिंह भदौरिया और सीएमडी बताते हुए आदित्य शुल्का नाम बताते हुए दो लोगों से बात कराई। तीनों ने मिलकर पीड़ित को झांसे में लिया। इसके बाद रिफंडेबल सिक्योरिटी और अलग-अलग चार्ज के नाम पर कई ट्रांजेक्शन में पीड़ित से 4.50 लाख रुपये जमा करवा लिए। इसके काफी दिन बाद भी पीड़ित को लोन नहीं मिला। तब उन्हें समझ आया कि साइबर ठगी हुई है। इसे लेकर उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में तहरीर दी। तहरीर वहां से रायपुर थाने भेजी गई। जिस पर रायपुर थाना पुलिस ने साइबर ठगी को लेकर मुकदमा दर्ज किया है।