पुरानी पेंशन व्यवस्था की मांग को लेकर एनपीएस कार्मिकों ने रखा परिवार संग उपवास
देहरादून। पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली की मांग को लेकर एनपीएस कार्मिकों ने परिवार के साथ उपवास रखा। साथ ही, सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कार्रवाई की मांग की। देशभर के कार्मिक इस एक दिवसीय उपवास में शामिल हुए। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली को देश के साठ लाख एनपीएस कार्मिक आंदोलनरत हैं। रविवार को रखे गए उपवास में देश के सभी राज्यों के एनपीएस कार्मिक और केंद्र सरकार के कार्मिकों ने हिस्सा लिया। परिवार के साथ उपवास के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया गया। इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर अभियान चलाकर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की गई। उपवास में मुख्य रूप से उत्तराखंड से अनिल बडोनी, सीताराम पोखरियाल, मिलिंद बिष्ट, देवेंद्र बिष्ट, दिल्ली विश्वविद्यालय से डॉ. अनिल स्वदेशी, रेलवे से आलोक चंद प्रकाश, छत्तीसगढ़ से संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, बसंत चतुर्वेदी, गुजरात से डॉ. पंकज प्रजापति, तेलंगाना से संपत कुमारा स्वामी, डॉ. निर्मला आदि शामिल हुए। राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने उपवास कार्यक्रम की सफलता पर कहा कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मोर्चा जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
पुरानी पेंशन बहाली का समर्थन
उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच ने भी पुरानी पेंशन बहाली आदोलन का समर्थन किया है। प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पांडे ने कहा कि उन्होंने भी पुरानी पेंशन बहाली को उपवास रखा। कर्मचारियों के अधिकार की लड़ाई को मंच का पूरा समर्थन रहेगा।