Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • अल्मोड़ा
  • संस्कृत अकादमी उत्तराखण्ड के तत्वावधान में “नूतन शिक्षा नीति में संस्कृत की सम्भावना” इस विषय पर गूगलमीट के माध्यम से हुआ वेबिनार
  • अल्मोड़ा

संस्कृत अकादमी उत्तराखण्ड के तत्वावधान में “नूतन शिक्षा नीति में संस्कृत की सम्भावना” इस विषय पर गूगलमीट के माध्यम से हुआ वेबिनार

RNS INDIA NEWS 18/08/2020
IMG_20200818_213002

अल्मोड़ा। संस्कृत अकादमी उत्तराखण्ड के तत्वावधान में “नूतन शिक्षा नीति में संस्कृत की सम्भावना” इस विषय पर गूगलमीट के माध्यम से ऑनलाइन संगोष्ठी हुई। संगोष्ठी का शुभारम्भ अर्जुन पाण्डेय के मंगलाचरण से हुआ। इस विषय पर अकादमी के पक्ष से शोध अधिकारी डा. हरीश चन्द्र गुरुरानी ने संस्कृत के प्रचार-प्रसार हेतु चलायमान कार्यक्रमों की जानकारी दी। इस वर्ष संस्कृत प्रतिभाप्रदर्शनम् प्रतियोगिता जिसमें प्रतिभागी को घर से विडियो बनाकर प्रेषित करना होगा सम्पादित की जाएगी। संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि तथा खण्ड शिक्षाधिकारी भैसियाछाना हरीश रौतेला ने कहा कि संस्कृत स्वयमेव एक विशिष्ट भाषा है जिसको हम उल्टा या सीधा जिस भी तरह लिखें या बोलें अर्थ परिवर्तन नहीं होता । इतना ही नहीं संस्कृत की स्वीकार्यता नासा में भी बढ़ रही है। संगोष्ठी हेतु आमन्त्रित दो मुख्यवक्ताओं में एक डा. मूलचन्द्र शुक्ल महाविद्यालय रामनगर नैनीताल ने कहा कि नई शिक्षानीति में संस्कृत का अतिरिक्त उल्लेख नहीं है किंतु संस्कृत की महत्ता को पाश्चात्य वैज्ञानिक स्वीकार कर रहे हैं। संस्कृत के उपसर्ग एवं प्रत्यय की मदद से अनेक शब्दों की व्युत्पत्ति हुई। संस्कृत साहित्य केवल कर्मकाण्ड नहीं अपितु वैज्ञानिकता से भी सम्पन्न है। कोरोना जैसे लक्षण में जितने भी सम्भाव्य बचाव व उपचार हो सकते हैं उनका उल्लेख है। उन्होंने साक्ष्य स्वरुप उद्धरण भी प्रस्तुत किए।

चम्पावत से संस्कृत के ख्याति प्राप्त साहित्यकार डा. कीर्ति बल्लभ शक्टा ने संस्कृत में सम्बोधन करते हुए कहा कि संस्कृत हमारी धरोहर है । इसी के माध्यम से भारतीय संस्कृति की पहचान है। हमारे संस्कार इसी भाषा में सम्पादित होते हैं । संस्कृत सम्भाषण से नीरसता नहीं जीवन है।

संगोष्ठी को मुख्य शिक्षाधिकारी ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा संस्कृत अद्वितीय भाषा है। जिसका कोई दूसरा संस्करण नहीं सभी स्थानों पर एक समान ही बोली जाती है। संगोष्ठी में गिरीश जोशी डा. हेम तिवारी, अनिल, अर्जुन, विद्या भाकुनी, हेम लता वर्मा, डा घनश्याम भट्ट, डा. सुरेश चन्द्र, प्रेमा, कविता तिवारी, ज्योति पोखरिया, डा. निर्मल पंत सहित 52 लोग जुड़े रहे। संगोष्ठी का सफल संचालन जनपद संयोजक डा. हेम चन्द्र जोशी ने किया। वक्ताओं एवं उपस्थित संस्कृतसेवियों का धन्यवाद ज्ञापन सह संयोजक मोती प्रसाद साहू ने किया।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: कांग्रेस ने भाजपा विधायक महेश नेगी का पुतला फूंक की इस्तीफे की मांग
Next: युवती को फेसबुक पर मिली धमकी

Related Post

default featured image
  • अल्मोड़ा

सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत दन्या पुलिस ने बुजुर्गों से की मुलाकात

RNS INDIA NEWS 28/09/2025
default featured image
  • अल्मोड़ा

गैरसैंण की उपेक्षा पहाड़ की उपेक्षा, शिक्षा-स्वास्थ्य की स्थिति पलायन की जड़: कुंजवाल

RNS INDIA NEWS 28/09/2025
default featured image
  • अल्मोड़ा

2027 में तीसरी बार बनेगी भाजपा की सरकार : गौरव पांडे

RNS INDIA NEWS 28/09/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • वाहन अनियंत्रित होकर खाई मे गिरा, चालक की मौत
  • बाइक की टक्कर के बाद डिवाइडर से टकराया मजदूर, मौत
  • मां कात्यायनी को शहद और गुड़ से बने भोग लगाए
  • गंगानगर से तिलवाड़ा तक दो दिन में लोग स्वयं हटाएं अतिक्रमण
  • सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत दन्या पुलिस ने बुजुर्गों से की मुलाकात
  • गैरसैंण की उपेक्षा पहाड़ की उपेक्षा, शिक्षा-स्वास्थ्य की स्थिति पलायन की जड़: कुंजवाल

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.