एनआईटी के विकास में प्रो. सोनी के प्रयासों का सराहा

श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड श्रीनगर के पूर्व निदेशक प्रो. श्याम लाल सोनी की स्मृति में व्याख्यान आयोजित किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनबीए) के प्रो. केके अग्रवाल ने कहा कि एनआईटी उत्तराखंड जैसे युवा संस्थानों के पास उद्योग और समाज की आवश्यकता के अनुसार पाठ्यक्रम को डिजाइन और परिभाषित करने और नए सिरे से शुरू करने के साथ ही एनईपी-2022 लागू करने का बेहतर मौका है। उन्होंने अधिकतम आत्मविश्वास, सकारात्मक दृष्टिकोण रिवर्स मेंटरिंग और सेल्फ लर्निंग पर जोर दिया। एनआईटी के निदेशक प्रो. एलके अवस्थी ने एनआईटी उत्तराखंड के विकास के लिए प्रोफेसर सोनी द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि प्रो. सोनी न केवल एक अच्छे शिक्षाविद थे बल्कि एक अच्छे इंसान और कुशल प्रशासक भी थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक संकाय सदस्य को अध्यापन, अनुसंधान और नए विचारों और नवाचारों को लागू करने और अपनाने में उत्कृष्ट होना चाहिए। इस मौके पर बीओजी के अध्यक्ष डा.आरके त्यागी, गीता सोनी विशिष्ट अतिथि थे। डॉ. पवन के. राकेश ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रो. हरिहरन मुथुसामी (डीन आरएंडसी), डॉ. जीएस बराड़ (डीन पीएंडडी), डॉ. लालता प्रसाद (डीन अकादमिक), डॉ. धर्मेंद्र त्रिपाठी (प्रभारी रजिस्ट्रार) और संस्थान के अन्य संकाय सदस्यों और छात्रों ने भाग लिया।


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