निजीकरण के विरोध में देशव्यापी हड़ताल पर रहे बैंक कर्मी
बागेश्वर। निजीकरण के विरोध में जिले के कई बैंक कर्मी हड़ताल पर रहे। हड़ताल से बैंकों में ताले लगे रहे। इस कारण लेनदेन नहीं हो सका। दो दिन पहले से छुट्टी होने से एटीएम भी खाली रहे। इससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई। कर्मचारियों ने लंबित मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। बैंकों के निजीकरण के विरोध में देशव्यापी हड़ताल में जिले के बैंक कर्मी भी हड़ताल पर रहे। बैंक कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि बैंकों का निजीकरण कर सरकार लोगों की संपत्ति को बेचने की साजिश कर रही है। हड़ताल कर्मचारियों ने 11वां वेतन समझौता लागू करने, ग्रामीण बैंकों में लंबे समय से लंबित मांगों में वेतन वृद्धि करने, नियुक्ति, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को न्यूनतम मजदूरी देने की मांग की गई। मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की धमकी दी। हड़ताल के चलते लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। दो दिन पूर्व बैंक की छुट्टी होने से एटीएम में भी धनराशि खत्म हो गई है। इससे परेशानी और बढ़ गई है। इस मौके पर उपाध्यक्ष राजेंद्र मेहता, हितेश धपोला, मुनीर खान, सुंदर कोरंगा, घनानंद पांडे आदि मोजूद रहे। इधर लीड बैंक अधिकारी एनआर जौहरी ने बताया कि हड़ताल के चलते दो करोड़ का कारोबार प्रभावित रहा।