नौकरी बहाल न होने पर संविदा कर्मियों ने जताया आक्रोश

पिथौरागढ़। कोरोना की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने वेतन और नौकरी बहाल न होने पर आक्रोश जताया है। उन्होंने कहा चार माह दिन रात अपने दायित्व का निर्वाह किया, लेकिन न तो मेहनताना ही मिला और न नौकरी ही रही। शनिवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मी रामलीला मैदान स्थित धरना स्थल में एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और बाद में धरने में बैठ गए। उन्होंने कहा कोरोना की विपरीत परिस्थतियों में विभाग का साथ देने के बावजूद उन्हें न तो वेतन मिला और अब नौकरी भी उनसे छीन ली है। जबकि कुछ दिन पूर्व तक विभाग 2022 तक सेवा विस्तार की बात कह रहा था। कहा प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि केवल आश्वासन देने तक सीमित रह गए हैं। वेतन न मिलने से 300 से अधिक कर्मियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। कर्मियों का कहना है अब प्रशासन भी उनकी समस्या सुनने को राजी नहीं है। कहा संविदा कर्मियों के साथ शासन-प्रशासन मजाक कर रहा है। जब जरूरत हुई नौकरी पर रख लिया और अब हटा दिया। उन्होंने शासन-प्रशासन से नौकरी बहाल करने, कर्मियों ने विभाग से एनएचएम या टीएनएम में समायोजित करने और वेतन में 28 फीसदी कटौती न करने की मांग की है।


Exit mobile version