नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) अल्मोड़ा की अर्धवार्षिक बैठक का आयोजन

अल्मोड़ा। भाकृअनुप- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में 27 दिसम्बर को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), अल्मोड़ा की बैठक का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया। इस बैठक में नरेन्द्र सिंह मेहरा, सहायक निदेशक (कार्यान्वयन), राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय (उ.- 2) गाजियाबाद मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक तथा नराकास के अध्यक्ष डॉ० लक्ष्मी कान्त द्वारा की गयी। इसके अतिरिक्त इस बैठक में अल्मोड़ा नगर के केन्द्रीय सरकार के विभागों, कार्यालयों, उपक्रमों, सशस्त्र बलों तथा राष्ट्रीयकृत बैंकों के अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने सहभागिता की। डॉ० रेनू जेठी, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। तत्पश्चात सभी सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों द्वारा अपना परिचय दिया गया। इसके उपरान्त सदस्य सचिव ललित मोहन तिवारी ने पिछली बैठक की समीक्षा की कार्यवाही सभी के समक्ष प्रस्तुत की। बैठक के दौरान मुख्य अतिथि नरेन्द्र सिंह मेहरा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए सभी सदस्य कार्यालयों से अनुरोध किया कि वे 100 प्रतिशत रिपोर्टिंग करें ऑनलाइन रिपोर्ट अवश्य भेजें। उन्होंने कहा कि नराकास एक ऐसा मंच है जिसमें सक्रियता से भाग लेने पर बैठक की गरिमा व नीतिगत विषयों में निर्णय लेने में आसानी होती है। अनुसंधान एवं तकनीकी में उन्होंने आम सहज एवं सरल शब्दों का प्रयोग करने पर बल दिया। साथ ही उन्होंने सभी सदस्य कार्यालयों से लक्ष्यों को प्राप्त करने के साथ ही पुरस्कारों की श्रेणी में भी आगे आने हेतु आवाहन किया। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार में सेवारत है अतः हमें राजभाषा अधिनियम के अन्तर्गत आने वाली सभी नियमों को अनुपालन करना चाहिए। नराकास के अध्यक्ष एवं संस्थान के निदेशक डॉ० लक्ष्मीकान्त ने सभी नराकास के सदस्यों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब का कर्तव्य है कि राजभाषा हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग किया जाय। उन्होंने पिछली बैठक की समीक्षा करते हुए सभी सदस्य कार्यालयों से अनुरोध किया कि वे राजभाषा की वेबसाइट पर जल्दी से जल्दी पंजीकरण करवायें तथा राजभाषा विभाग को भेजी जाने वाली रिपोर्ट की एक प्रति अध्यक्ष कार्यालय को भी प्रेषित करने के साथ ही रिपोर्ट यथासमय प्रेषित करें। उन्होंने कहा कि यद्यपि इस बैठक में सदस्य कार्यालयों का प्रतिभाग कम है फिर भी यह बैठक सार्थक हुई और इसमें नरेन्द्र सिंह मेहरा, सहायक निदेशक (कार्यान्वयन), राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मार्गदर्शन किया गया। धन्यवाद प्रस्ताव ललित मोहन तिवारी द्वारा व्यक्त किया गया।