मुस्लिम फंड मामले में खुले कई राज

हरिद्वार। मुस्लिम फंड संस्था संचालक अब्दुल रज्जाक से करोड़ों की रकम पूरी प्लानिंग के साथ ठगी गई थी। विदेश से फंडिंग कराने की मुख्य कड़ी बनकर उभरा अंसार निवासी संभल यूपी का नाम के किरदार को पुलिस फर्जी मान रही है। क्योंकि जिस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया जा रहा था वह गढ़मुक्तेश्वर निवासी शख्स के आईडी प्रूफ पर खरीदा गया था। सीआईयू एवं ज्वालापुर पुलिस जैसे-जैसे इस बहुचर्चित प्रकरण में शामिल किरदारों की हकीकत टटोलने में जुटी है, तब तक हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आ रही है। विदेश से सौ करोड़ की फंडिंग कराने में जिस अंसार का नाम उछला है, उसने हमेशा से व्हाट्सऐप पर ही संपर्क साधा था, क्योंकि जब उसकी सीडीआर निकाली गई तब सामने आया कि उस मोबाइल फोन नंबर पर पिछले एक साल में एक भी फोन कॉल नहीं आई है। पुलिस पूछताछ में संस्था संचालक अब्दुल रज्जाक ने 85 लाख की रकम एक बैंक खाते में जमा करने की बात कही है। बैंक खाता किसी आकाश राणा नाम के व्यक्ति का बताया जा रहा है। अब पुलिस उस खाते की डिटेल जुटा रही है। अंसार से मुलाकात के बाद साजिद नाम के जिस शख्स को साढ़े तीन करोड़ की रकम दी गई थी, उसी साजिद के कहने पर इस बैंक खाते में रकम जमा कराई गई थी।