मोदी सरकार ने नौजवानों की पेट और पीठ पर लात मारने का काम किया : संजय सिंह

नई दिल्ली ( आरएनएस)। रक्षा मंत्रालय की अग्नीपथ योजना को पूरी तरह से निरस्त करने के लिए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहां की हिंदुस्तान के नौजवानों के साथ धोखा है। संजय सिंह ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार ने नौजवानों की पेट और पीठ पर लात मारने का काम किया है। ये भारत माता की सुरक्षा के साथ भी गद्दारी है, इसलिए ये अग्निपथ योजना तत्काल वापस होनी ही चाहिए। उन्होंने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा विधायक कह रहे हैं कि आंदोलन करने वाले नौजवान जिहादी-आतंकवादी हैं। केंद्रीय मंत्री कह रहे हैं यह लोग नाई, ड्राइवर, चालक, इलेक्ट्रिशियन बन जाएंगे और बीजेपी दफ्तर में गार्ड लगा लेंगे। राजस्थान में दो नौजवानों ने अग्निपथ योजना के चलते आत्महत्या कर ली है। भारतीय जनता पार्टी के नेता युवाओं के घाव पर नमक छिडक़ने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में रहकर देश सेवा करने वाले प्रधानमंत्री 12 करोड़ की गाड़ी में घूमेंगे और सीमा पर सुरक्षा करने के लिए प्राणों की आहुति देने वाले अग्निवीरों को शहीद का दर्जा भी नहीं देंगे। क्या देश सेवा के लिए भाजपाइयों का दोहरा मापदंड है? बाबा साहब के द्वारा लिखे गए संविधान में दिखा दीजिए जहां पर राजनीति को लूटने का धंधा बताया है। सेना देश सेवा के लिए है तो क्या राजनीति लूटने के लिए है? पैसों की कमी का ड्रामा और आर्थिक संकट पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठा है। देश के चंद पूंजीपतियों पर बैंकों का 10.50 लाख करोड़ रुपए बकाया है। मेहुल चौकसी, नीरव मोदी ने 20 हजार करोड़, नितिन संदेशरा ने 6 हजार करोड़, विजय माल्या ने 10 हजार करोड़, ललित मोदी ने 2800 करोड़ रुपए बैंकों का लूट लिया। अगर पीएम मोदी अपने इन मित्रों से पैसा वसूल लें तो 46 हजार अग्निवीरों को 20 साल तक अच्छी तनख्वाह दी जा सकती है।संजय सिंह ने कहा कि अग्नीपथ योजना को लेकर बिहार के मंत्री ने आपत्तिजनक बयान दिया है। उससे पहले भाजपा के विधायक, केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय महासचिव ने शर्मनाक बयान दिया था। इस वक्त नौजवानों आंदोलन कर रहे है। राजस्थान में 19 साल के कन्हैया कुमार, अंकित कुमार सहित दो युवकों ने अग्निपथ योजना के चलते आत्महत्या कर ली है। नौजवानों के रोते बिलखते हुए वीडियो सामने आ रहे हैं। कई सारे युवा ओवरेज हो गए हैं। इसके अलावा बहुत सारे अग्निपथ योजना में जाना नहीं चाहते हैं। वह पीडि़त और दुखी हैं। उनके इस घाव पर नमक छिडक़ने का काम भारतीय जनता पार्टी के नेता कर रहे हैं।