मिस्र में मिले 2500 साल पुराने 27 रंग बिरंगे ताबूत, कई रहस्यों से उठेगा पर्दा
काहिरा,21 सितंबर । पिरामिडों के देश मिस्र में हजारों साल पुरानी चीजों का मिलना जारी है। अब राजधानी काहिरा के दक्षिणी इलाके सक्कारा में पुरातत्वविदों को 27 अत्यंत प्राचीन ताबूत मिले हैं। करीब 2500 साल पुराने ये ताबूत बेहद खूबसूरत तरीके से सजाए गए हैं। पुरातत्वविदों का विशेषज्ञों का कहना है कि यह अपने तरह की अब तक सबसे बड़ी खोज है। ये सभी ताबूत लकड़ी के बने हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पहले 13 और बाद में 14 ताबूत मिले हैं। ये सभी ताबूत लकड़ी के बने हैं और उन्हें बहुत ध्यान से रंगा गया है। सक्कारा का इलाका पिछले 3000 साल से लाशों को दफनाने के लिए जाना जाता है। इसे यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है। मिस्र सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है, प्रारंभिक अध्ययन से संकेत मिलता है कि ये ताबूत पूरी तरह से बंद हैं।
मिस्र सरकार ने कहा कि इन ताबूतों को एक बार दफानाने के बाद फिर से उन्हें खोला नहीं गया था। बयान में कहा गया है कि मिस्र के मंत्री खालिद अल अनानी ने शुरू में इस खोज की घोषणा में देरी की ताकि वह खुद जाकर पहले सत्यता की जांच कर लें। उन्होंने बताया कि ये ताबूत 36 फुट गहरे कुएं के अंदर मिले हैं। उन्होंने इतनी गहराई में काम करने के लिए अपने कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।
खुदाई स्थल पर अभी काम जारी है और विशेषज्ञ इन ताबूतों के बारे में और ज्यादा जानकारी पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सभी ताबूत बहुत सुरक्षित हैं। मिस्र सरकार ने कहा कि वह आने वाले दिनों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी और आशा करती है कि कई रहस्यों से पर्दा उठेगा। इस खोज से पुरातत्वविदों के चेहरे खिल उठे हैं।
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