मिड डे मील योजना घोटाले की होगी पुनः जांच
रुड़की। केवी इंटर कॉलेज में हुए कथित मीड डे मील घोटाले की विभागीय जांच दोबारा से होगी। पूर्व की जांच में तत्कालीन प्रधानाचार्य को दोषी करार देकर पद से हटा दिया गया था। आरोपी प्रधानाचार्य की याचिका पर नैनीताल हाईकोर्ट ने उन्हें हटाने का आदेश निरस्त कर उनका पक्ष सुनते हुए मामले की पुन: जांच के आदेश दिए थे। लक्सर स्थित केवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य जेपी सिंह पर कई साल पहले मिड डे मील योजना में वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा था। विभागीय स्तर पर हुई जांच में उन्हें दोषी करार दिया गया। जांच रिपोर्ट के बाद विभाग ने उन्हें प्रधानाचार्य पद से हटाते हुए प्रवक्ता पद पर रिवर्ट कर दिया था। इसके साथ ही उनसे मिड डे मील के 57976 रुपये की वसूली की प्रक्रिया भी विभाग ने शुरू की थी। उनके हटने के बाद कॉलेज के सबसे वरिष्ठ प्रवक्ता पीएस लोहिया को प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी मिली थी। जेपी सिंह ने नैनीताल हाईकोर्ट में इस आदेश को चुनौती दी थी। उनका तर्क था कि जांच के दौरान उनका पक्ष नहीं सुना गया। हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद जेपी सिंह को हटाने व वरिष्ठतम प्रवक्ता को प्रधानाचार्य बनाने के आदेश को निरस्त कर दिया था। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने हाईकोर्ट के निर्णय का अनुपालन करने के आदेश केवी इंटर कॉलेज के प्रबंध समिति अध्यक्ष डीईओ माध्यमिक को दिए थे। आदेश पर डीईओ माध्यमिक नरेश कुमार हल्दियानी ने प्रधानाचार्य का चार्ज फिर जेपी सिंह को सौंपने के आदेश जारी किए थे। मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता ने बताया कि कॉलेज के प्रधानाचार्य का चार्ज पीएस लोहिया से हटाकर जेपी सिंह को दे दिया गया है। इसके साथ ही हाईकोर्ट के निर्देश के मुताबिक अब मिड डे मील घपले की जांच दोबारा से शुरू की जा रही है। बताया कि जांच में आरोपी पक्ष को भी सुना जाएगा।