मेडिकल कॉलेज में रैगिंग पर केस दर्ज: वीडियो की होगी जांच

हल्द्वानी। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का वीडियो वायरल होने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हालांकि अभी तक कॉलेज प्रशासन को किसी अभिभावक या एमबीबीएस छात्र की शिकायत नहीं मिली है। ऐसे में वीडियो का सच जानने के लिये मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस को दी तहरीर में राजकीय मेडिकल कॉलेज पुरुष छात्रावास एक के सहायक वार्डन डॉ. हरप्रीत सिंह ने बताया है कि मेडिकल कॉलेज प्रंबधन को कुछ दिन पूर्व एक वायरल वीडियो की जानकारी मिली। इस वीडियो में संभवत: एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र एक पंक्ति में सिर झुकाकर चल रहे थे और सभी के बाल छोटे कटे हुये, जबकि हाथ पीछे की तरफ थे। उनके द्वारा सामूहिक रूप से इस तरह का व्यवहार किसी के भय व दबाव, दुर्व्यवहार के कारण किया जाना प्रथमदृष्ट्या प्रतीत हुआ। इस घटना के संबंध में किसी भी छात्र अथवा अभिभावक द्वारा कोई लिखित या मौखिक शिकायत नहीं की गयी। तहरीर के अनुसार यूजीसी के एंटी रैगिंग हेल्पलाइन की सूचना के आधार पर तत्काल कॉलेज प्रशासन की अनुशासन समिति एवं एंटी रैगिंग समिति की जांच में किसी भी छात्र द्वारा रैगिंग की शिकायत नहीं मिली।

बताया कि उन्होंने और प्राचार्य ने छात्रावास का निरीक्षण किया, लेकिन हमेशा एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों ने रैगिंग से मना किया है। डॉ. सिंह के अनुसार मामले की जांच कर रहे कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और डीआईजी कुमाऊं रेंज डॉ. नीलेश आनंद भरणे के निर्देश के बाद उन्होंने यह शिकायत दर्ज करायी है, ताकि वायरल वीडियो का सच सामने आ सके।
मेडिकल कॉलेज से संबंधित रैगिंग का एक वायरल वीडियो के मामले में सहायक वार्डन द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है। वायरल वीडियो की जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि इसकी असल वजह क्या है। साइबर सेल टीम द्वारा वीडियो की जांच कराई जाएगी।  -पंकज भट्ट, एसएसपी, नैनीताल


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