एमडीटी के नियमित उपचार से ठीक हो जाता है कुष्ठ रोग
अल्मोड़ा। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख्य चिकित्सा अधिकारी अल्मोड़ा के निर्देशानुसार जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा के नवनियुक्त नर्सिंग ऑफिसर्स को कुष्ठ रोग प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर जनपद के जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ योगेश पुरोहित ने बताया कि कुष्ठ रोग मानव के संज्ञान में आने वाला अत्यधिक प्राचीन रोग है। कुष्ठ रोग को प्राचीन समय में दैवी अभिशाप समझा जाता था तथा पूर्व जन्म के संस्कारों से इसे जोड़ा जाता था जबकि कुष्ठ रोग अन्य चर्म रोगों की भांति ही एक रोग है जो कि एक जीवाणु से होता है। कुष्ठ रोग 6 माह से 1 वर्ष तक के नियमित “एमडीटी” उपचार से पूर्णतया ठीक हो जाता है। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग की पहचान होते ही उपचार शुरू कर देने से शरीर में कोई भी विकलांगता नहीं आती है। कुष्ठ रोग का उपचार सभी राजकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क उपलब्ध है। कुष्ठ रोगी भी अन्य लोगों की तरह इज्जत और अधिकार के हकदार हैं उनके साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।