आपातकाल भारत के इतिहास में काला दिन: गणेश जोशी

ऋषिकेश। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि आपातकाल आजाद भारत के इतिहास में कभी न मिटने वाला काला अध्याय है। 48 साल पहले आज के ही दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार ने देश में इमरजेंसी लगाई थी। रविवार को नगर निगम सभागार में आपातकाल के 48 साल पूरे होने पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। मंत्री जोशी ने कहा कि 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक आपातकाल घोषित कर दिया था। कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में इसे काला दिवस के नाम से भी जानते हैं। इस दौरान प्रेस पर भी सेंसर लगा दिया गया। चुनाव रद्द कर दिए गए और नागरिकों की स्वतंत्रता रद्द करने के आदेश दे दिए गए। विरोधी पार्टियों को बहुत यातनाओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने आपातकाल के लोकतंत्र सेनानियों को पुष्प माला और अंग वस्त्र पहनाकर स्वागत किया।
जिलाध्यक्ष रविंद्र राणा ने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेसियों ने जनता पर जुर्म और अत्याचार किए। उनके मौलिक अधिकारों का हनन किया गया तथा विरोधी पार्टी के नेताओं को जेल में डाल दिया गया। इसकी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए हमें मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को अपना समर्थन देना है। कार्यक्रम का संचालन जयंत शर्मा और प्रदीप दूबे ने किया। लोकतंत्र सेनानी परिवार के सदस्य स्व. सुरेश शर्मा के पुत्र बृजेश शर्मा, शेर सिंह राणा, मनवर सिंह रावत, घनश्याम दास बिरला, बिहारी लाल, स्व. ज्ञान सिह नेगी के पुत्र दीपक नेगी, स्व. इन्द्रसेन अग्रवाल की पुत्रवधु शोभा रानी और ऊषा रानी को सम्मानित किया गया । इस अवसर पर मेयर अनिता ममगाईं, जिला महामंत्री दीपक धमीजा, जिला मंत्री गणेश रावत, पुष्पा ध्यानी, जिला उपाध्यक्ष पंकज शर्मा, प्रतीक कालिया, मोनिका मित्तल, सुरेंद्र सिह, दिनेश पयाल, माधवी गुप्ता, गुडी कलूडा, पूनम डोभाल, पुनिता भण्डारी, संदीप गुप्ता, कृष्णकुमार सिंघल, विनय उनियाल, गोविंद अग्रवाल, वायुराज, बालम सिह रावत आदि रहे।


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