मंडी शुल्क समाप्त करने को मंत्री जोशी से मिले कारोबारी

देहरादून। मंडी के बाहर लगने वाले शुल्क को समाप्त करने की मांग को लेकर कारोबारियों ने कृषि मंत्री गणेश जोशी से मुलाकात की। कारोबारियों ने कहा कि मंडी समिति की ओर से परिसर के बाहर कारोबार करने वाले व्यापारी को कोई सुविधा भी प्रदान नहीं की जाती है। तो शुल्क किस बात का लिया जा रहा है।
मंगलवार को प्रदेश उद्योग एवं व्यापार मंडल समिति (उत्तराखंड) का प्रतिनिधिमंडल संस्था के प्रदेश महामंत्री विनय गोयल के मंत्री गणेश जोशी जी से मिला। मंत्री को कारोबारियों ने बताया कि पूर्व में मंडी परिसर के भीतर क्रय विक्रय करने पर ही मंडी शुल्क दिया जाता था, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद परिसर के बाहर भी शुल्क की व्यवस्था लागू कर दी गई है। कृषि उत्पादों पर भी मंडी शुल्क व्यवस्था लागू हो गई है। उन्होंने कहा कि मंडी परिसर के बाहर अधिकांश प्रदेश के बाहर से लाई गई कृषि वस्तुओं का क्रय विक्रय होता है। जिन पर उत्पादक राज्य द्वारा पूर्व में ही राज्य का कृषि उत्पाद होने के कारण मंडी शुल्क ले लिया जाता है। ऐसे में ऐसे कृषि उत्पाद पर दोबारा मंडी शुल्क लिया जाना तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने मंत्री से मंडी शुल्क व्यवस्था को पूर्णत: समाप्त करने की मांग की। मंत्री गणेश जोशी ने व्यापारियों की समस्याओं को लेकर बुधवार को बैठक बुलाई है। व्यापारियों ने गणेश जोशी को मंत्री बनने पर भी शुभकामनाएं दी। मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल, प्रदेश संयोजक राजेंद्र प्रसाद गोयल, गढ़वाल प्रभारी विनोद गोयल, महानगर देहरादून अध्यक्ष आनंद स्वरूप गुप्ता, महानगर देहरादून महामंत्री विवेक अग्रवाल, अभिषेक गर्ग, मनोज गोयल, गुलशन खंडूजा, देवेंद्र गोयल आदि शामिल रहे।