मन की बात में बोले पीएम मोदी, स्पेस सेक्टर की सफलता को पड़ोसी देशों से भी साझा कर रहा भारत

नई दिल्ली (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने मंथली रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात‘ को संबोधित किया। यह उनके कार्यक्रम का 95वां एपिसोड है। पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात शतक पूरा करने की ओर बढ़ रहा है। यह कार्यक्रम मेरे लिए 130 करोड़ देशवासियों से जुडऩे का एक और माध्यम है।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही मुझे तेलंगाना से हरिप्रसाद गारू ने हाथ से त्र-20 का लोगो बुनकर भेजा है। ये शानदार उपहार देखकर मैं हैरान रह गया। मेरे मन में विचार आया कि तेलंगाना में बैठा व्यक्ति में त्र-20 सम्मेलन से खुदको कितना जुड़ा हुआ महसूस करता है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और बीजेपी सांसद रवि शंकर प्रसाद अहमदाबाद में पीएम नरेंद्र मोदी की ‘मन की बात’ सुन रहे हैं। वहीं, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मन की बात’ सुन रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, ‘साथियों, भारत स्पेस के सेक्टर में अपनी सफलता, अपने पड़ोसी देशों से भी साझा कर रहा है। कल ही भारत ने एक सेटेलाइट लॉन्च की, जिसे भारत और भूटान ने मिलकर डेवलप किया है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे शांति हो या एकता, पर्यावरण को लेकर संवेदनशीलता की बात हो, या फिर सतत विकास की, भारत के पास इनसे जुड़ी चुनौतियों का समाधान है। हमने( जी-20 के लिए) ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ की जो थीम दी है, उससे वसुधैव कुटुम्बकम के लिए हमारी प्रतिबद्धता जाहिर होती है। पीएम मोदी ने कहा, ‘ड्रोन के क्षेत्र में भी भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले हमने देखा कि कैसे हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ड्रोन के जरिए सेब ट्रांसपोर्ट किए गए।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बीते 8 वर्षों में भारत से म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट का निर्यात साढ़े तीन गुना बढ़ गया है। इलेक्ट्रिकल म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट की बात करें तो इनका निर्यात 60 गुना बढ़ा है। इससे पता चलता है कि भारतीय संस्कृति और संगीत की लोकप्रियता दुनिया में बढ़ रही है।’
मोदी ने कहा कि नागा संस्कृति के जो खूबसूरत आयाम धीरे-धीरे खोने लगे थे उन्हें ‘रुढ्ढष्ठढ्ढ ्यक्रह्र’ संस्था ने पुनर्जीवित करने का काम किया है। उदाहरण के लिए इस संस्था ने नागा संगीत की एल्बम लॉन्च करने का काम शुरू किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोई पर्यावरण के लिए प्रयास कर रहा है, कोई पानी के लिए काम कर रहा है, कितने ही लोग शिक्षा, चिकित्सा और विज्ञान तकनीक से लेकर संस्कृति-परंपराओं तक, असाधारण काम कर रहे हैं। आज हमारा हर नागरिक अपने कर्तव्य को समझ रहा है जब ऐसी कर्तव्य भावना किसी राष्ट्र के नागरिकों में आ जाती है, तो उसका स्वर्णिम भविष्य अपने आप तय हो जाता है और देश के ही स्वर्णिम भविष्य में हम सबका भी स्वर्णिम भविष्य है।’
पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम करते हैं। इस कार्यक्रम में मोदी अक्सर पिछले महीने में हुई घटनाओं का जिक्र करते हैं और आने वाले ऐतिहासिक कार्यक्रमों की चर्चा करते हैं। पिछले कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हमने ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए इसकी लाइसेंसिंग की प्रक्रिया को आसान किया है।