जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क मलबा और बोल्डर गिरने से बंद
पिथौरागढ़। भारी बारिश से भारत-चीन सीमा के साथ ही पर्यटन नगरी को जोड़ने वाली जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क बंद रही। बावजूद इसके सड़क को खोलने की जिम्मेदारी निभाने वाले बीआरओ के अधिकारी व कर्मचारी गायब रहे। राहत न मिलने पर यहां फंसे यात्रियों व वाहन चालकों ने खुद सड़क खोलनी पड़ी। तब जाकर सड़क पर आवाजाही शुरू हुई।
भारी बारिश से बुधवार रात जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क कैंठी बैंड के पास भारी मात्रा में मलबा व बोल्डर गिरने से बंद रही। इस दौरान यहां 20 से अधिक वाहन व 80 से अधिक यात्री फंसे रहे। आरोप है कि सूचना के घंटों बाद भी बीआरओ मौके पर नहीं पहुंचा। राहत न मिलने पर फंसे यात्रियों व वाहन चालकों ने खुद मलबा हटाया। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह मलबा हटाकर आवाजाही शुरू कराई जा सकी। जिसके बाद यात्री व वाहन चालक गंतव्य को रवाना हुए। वहीं बीआरओ की चलर कार्यशैली के खिलाफ क्षेत्र के लोगों में खासा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि आपदा के दौरान बीआरओ को जल्द बंद सड़कों को खोलने के निर्देश जारी हैं। बावजूद इसके इसका असर उस पर नहीं दिख रहा। कहा बीआरओ निरंकुश होकर काम कर रहा है, जिसका खामियाजा यात्रियों, पर्यटकों व वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है।