महिला दल ने कार्तिक स्वामी मंदिर में सफाई अभियान चलाया

रुद्रप्रयाग। चमोली गोपेश्वर की सुप्रसिद्ध लेखिका और तीलू रोतेली पुरस्कार से सम्मानित शशि देवली के नेतृत्व में महिलाओं के 20 सदस्यीय दल ने क्रौंच पर्वत तीर्थ पर विराजमान देव सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी के तीर्थ में पूजा-अर्चना की। साथ ही यहां के धार्मिक व प्राकृतिक सौंदर्य से रू-ब-रू होते हुए कनकचौरी से स्कन्द नगरी तक स्वच्छता अभियान चलाया। इस दौरान कार्तिक स्वामी तीर्थ के पुजारी और स्थानीय व्यापारियों ने 20 सदस्यीय महिलाओं के दल को क्रौंच पर्वत तीर्थ के महत्व की विस्तृत जानकारी दी। चमोली गोपेश्वर की लेखिका शशि देवली ने बताया कि आज तक कार्तिक स्वामी तीर्थ के बारे में सुना था किंतु दर्शन कर यहां की दिव्यता और भव्यता को जानने का अवसर मिला है। कहा कि यह स्थान स्वर्ग के समान है, यहां की सुंदरता का वर्णन नहीं किया जा सकता है। कार्तिक स्वामी तीर्थ से हिमालय की चमचमाती सफेद चादर व देवभूमि उत्तराखंड की असंख्य पर्वत श्रृंखलाएं मन को अभिभूत करती है। सुनीता भटट्, चन्द्रकला बिष्ट, हेमन्ती मैठाणी, सरोज तिवाड़ी, पुष्पा नेगी आदि ने कहा कि इस दिव्य क्षेत्र को पर्यटन एवं तीर्थाटन के रूप में विकसित करने की जरूरत है। यहां सालभर भक्तों की आवाजाही बनी रहती है। इस दौरान कार्तिक स्वामी तीर्थ के पुजारी नन्दन पुरी ने 20 सदस्यीय महिलाओं के दल को जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड में भगवान कार्तिक स्वामी निर्वाण रूप में पूजे जाते है तथा इस तीर्थ में पौराणिक पाषाण शिलाओं को प्राचीन काल से पूजा जाता है। कार्तिकेय कीर्तन मण्डली अध्यक्ष ग्वास राजेश्वरी देवी ने दल को बताया कि इस तीर्थ में प्रति वर्ष जून माह में होने वाले महायज्ञ में कई सैकड़ों श्रद्धालु प्रतिभाग करते है। स्थानीय व्यापारी नीरज नेगी ने दल को बताया कि इस भूभाग के चारों तरफ फैले जंगलों में कई प्रजाति के जंगली जीव-जन्तु निर्भीक विचरण करते है। इस दौरान महिलाओं ने पैदल मार्ग पर स्वच्छता अभियान भी चलाया। इस मौके पर प्रेमा रावत, सुशीला सेमवाल, पूजा रावत, अनीता देवी, मंजू जोशी सहित कई महिलाएं मौजूद थी।