मां कुष्मांडा मंदिर में दर्शनों को उमड़ रहे भक्त
रुद्रप्रयाग। सिलगढ़ पट्टी के कुमडी गांव में स्थित मां कुष्मांडा मंदिर में चल रहे नौ दिवसीय महायज्ञ के छटवें दिन भी सैकडों भक्तों की भीड़ उमड़ रही। महायज्ञ में मंत्रों के साथ जौ तिल व घी की आहुतियां डालकर क्षेत्र एवं विश्व कल्यण की कामना कर रहे है। वहीं क्षेत्रीय ग्रामीणों एवं धिणायियों ने मंदिर पहुंचकर मां से सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया।
विश्व कल्याण एवं क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए गत रविवार से कुष्मांडा मंदिर में नौ दिवसीय महायज्ञ विधिवत शुरू हो गया था। शुक्रवार को भी ब्राह्मणों ने गणेश पूजा, पंचाग पूजा समेत नित्य पूजाएं संपन्न की। तथा आचार्य माहेश्वर प्रसाद पुरोहित के नेतृत्व में वैदिक मंत्रों के साथ यज्ञ में जौ तिल व घी की आहुतियां डाली। यह कार्यक्रम नौ दिनों तक यूं ही चलती रहेगी। इस दौरान भकतों के जयकारों से क्षेत्र का पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। क्षेत्र के कुमडी के साथ ही बुडोली, पट्टीधार, पन्द्रोला, डांग समेत कई गांवों के ग्रामीण सहयोग इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन हो रहा है। लगभग 12 वर्षो बाद हो रहे महायज्ञ को लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। प्रतिदिन मंदिर में सैकडों के संख्या में धियाणियां एवं ग्रामीण पहुंचकर पुण्य अर्जित कर रहे है। महायज्ञ में 19 जून को भव्य जलयात्रा एवं 20 जून को पूर्णाहुति के साथ समापन किया जाएगा। इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन रावत ने बताया कि लंबे समय बाद कुष्मांडा मंदिर में महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने जल कलश यात्रा एवं पूर्णाहुति के अवसर पर अधिक से अधिक भक्तों से पहुंचने की अपील की है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान दमयंती रावत, मड़ापति प्रताप रावत, गोकल सिंह रावत, सुरेंद्र रावत, ओपी बहुगुणा समेत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व भक्तजन मौजूद थे।