उत्तराखण्ड एसटीएफ ने गुलदार की खाल के साथ किया एक गिरफ्तार

देहरादून। राज्य में बढ़ते वन्यजीव जन्तुओं की अवैध तस्करी की रोकथाम हेतु उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा वन्यजीव तस्करों की गिरफ्तारी व धरपकड़ की जा रही है। इसी क्रम में सीओ एसटीएफ डॉ0 पूर्णिमा गर्ग के द्वारा टीम का गठन किया गया था। टीम द्वारा बीती 20 अप्रैल को तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही कर डाम कोठी शंकर फार्म पुलभट्टा थाना क्षेत्र से एक वन्यजीव तस्कर दीनानाथ पुत्र लक्ष्मण निवासी ग्राम रसफूडा राम्कोला थाना खटीमा जिला उधम सिंह नगर को गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से एक लैपर्ड (गुलदार) की खाल बरामद की गयी। जिसकी लम्बाई करीब 7 फीट व चौड़ाई करीब 4 फीट है। पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि बाघ का शिकार करीब 06 माह पूर्व सुरई रेंज खटीमा में फन्दा लगाकर किसी धारदार हथियार से किया गया है। चूंकि लैपर्ड (गुलदार) शैड्यूल एक श्रेणी का जानवर है इसलिए अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ जारी है। उक्त मामले में आरक्षी गोविन्द सिंह बिष्ट व आरक्षी चन्द्रशेखर की विशेष भूमिका रही।

एसएसपी एसटीएफ द्वारा बताया गया कि कुमाऊँ के जंगलों में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार करने की काफी समय से सूचना मिल रही थी, जिस पर हमारी एक टीम लगातार काम कर रही थी, आज टीम द्वारा शातिर वन्य जीव तस्कर दीनानाथ को गिरफ्तार किया गया है। इससे पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां एसटीएफ के हाथ लगी है। वर्ष 2021 में एसटीएफ द्वारा कुमायूँ में अलग-अलग मामलों में 8 बाघ की खालें बरामद की गयी थी।

एसटीएफ टीम
निरीक्षक एम.पी. सिंह
उपनिरीक्षक बृजभूषण गुरूरानी
का0 गोविन्द सिंह
का0 चन्द्रशेखर
का0 जगपाल सिंह
का0 प्रमोद रौतेला
का0 मनमोहन सिह
का0 महेन्द्र गिरी
का0 संजय कुमार
का0 सुरेन्द्र कनवाल

तराई केन्द्रीय वन प्रभाग टीम

रूप नारायण गौतम, वन क्षेत्राधिकारी, पीपल पड़ाव रेंज
वन दरोगा कैलाश चन्द्र तिवारी, एस0ओ0जी0 तराई केन्द्रीय वन प्रभाग
वन दरोगा संदीप सोठा, एस0ओ0जी0 तराई केन्द्रीय वन प्रभाग
वन दरोगा दिनेश शाही, पीपल पड़ाव रेंज
वन आरक्षी सुरेन्द्र सिंह, वाईल्ड क्राईम कन्ट्रोल युनिट कुमाऊँ
आरक्षी चालक राहुल कनवाल, एस0ओ0जी0 तराई केन्द्रीय वन प्रभाग


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