लापरवाही पर तहसीलदार का स्थानांतरण

रुडकी। डेढ़ माह पूर्व आयुक्त राजस्व परिषद द्वारा लक्सर तहसील के निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताओं में तहसीलदार की लापरवाही पाई गई है। आयुक्त की रिपोर्ट पर मुख्य सचिव ने तहसीलदार का स्थानांतरण तत्काल कर दिया है। उन्होंने प्रतिस्थानी की प्रतीक्षा किए बिना उन्हें कार्यमुक्त करने के आदेश भी जारी किए हैं। बीती 26 दिसंबर को उत्तराखंड राजस्व परिषद के आयुक्त बीएम मिश्रा ने लक्सर तहसील का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान आयुक्त को यहां कई अनियमितताएं मिली थी। पता चला था कि एक वाद वर्ष 2008 से लंबित पड़ा हुआ है। 122 बी (सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा) के कुल 680 वादों में से महज 82 निस्तारित किए गए थे। शेष 598 वादों में कार्रवाई नहीं की गई थी। इनमें कई वाद तो दस साल से निस्तारित नहीं किए जा रहे थे। जबकि राजस्व परिषद के पत्र के बाद डीएम ने भी जुलाई 2020 में वादों के तत्काल निस्तारण के आदेश तहसीलदार को दिए थे। बिकी हुई जमीनों के दाखिल खारिज की पत्रावली भी पिछले चार साल से तहसील के अभिलेखागार में जमा नहीं कराई जा रही थी। पाया गया था कि तहसीलदार द्वारा तहसील के अनुभागों का नियमित निरीक्षण भी नहीं किया जा रहा है। जिस कारण अनुभागों के ज्यादातर काम लंबित पड़े हैं। आयुक्त ने इसमें प्रथम दृष्टया लक्सर की तहसीलदार सुशीला कोठियाल की लापरवाही मानते हुए परिषद के अध्यक्ष के तौर पर इसकी रिपोर्ट मुख्य सचिव को भेजी थी। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इसे गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार का तबादला तत्काल प्रभाव से पौड़ी जिले में कर दिया है। उन्होंने प्रतिस्थानी की प्रतीक्षा किए बिना ही तहसीलदार को कार्यमुक्त करने के आदेश भी जारी किए हैं। एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने आदेश की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि तहसीलदार को जिला स्तर से कार्यमुक्त किया जाना है।

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