
अल्मोड़ा(आरएनएस)। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने भाजपा सरकार पर गैरसैंण और पहाड़ की अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को बने 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं, लेकिन आज भी शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की स्थिति उत्तर प्रदेश के दौर से भी बदतर है। कुंजवाल ने कहा कि इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्यों को छोड़कर लगभग सभी पद खाली हैं, वहीं विद्यालय कर्मचारियों के वेतन बिल पास कराने के लिए शिक्षकों को दूसरे ब्लॉकों में जाना पड़ रहा है। प्राथमिक और जूनियर स्कूलों की स्थिति और भी खराब है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकारी विद्यालयों के अध्यापक तक अपने बच्चों को निजी विद्यालयों में पढ़ाना अधिक उचित समझते हैं। उन्होंने पलायन के सवाल पर कहा कि राज्य में लगातार शिक्षा और स्वास्थ्य की बदहाली ही गांवों के खाली होने का सबसे बड़ा कारण है। लेकिन सरकार ने केवल पलायन आयोग बनाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी मान ली है। विभागों द्वारा बजट का दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और टेंडर नियमों की अनदेखी ने भी स्थिति को और बिगाड़ दिया है। कुंजवाल ने कहा कि अगर सरकार वास्तव में पलायन रोकना चाहती है तो उसे सबसे पहले स्वास्थ्य और शिक्षा को प्राथमिकता देनी होगी। इन दोनों क्षेत्रों की मजबूती से ही गांवों में जीवन सुचारु हो सकेगा और पलायन पर अंकुश लगेगा।