क्षतिग्रस्त मार्ग पर जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे ग्रामीण

विकासनगर। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बने गास्कीगाड-गडोल-संकरौल-चुनौग मोटर मार्ग दो साल में ही क्षतिग्रस्त हो चुका है। इससे ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर मार्ग पर सफर करना पड़ रहा है। मार्ग की पेंटिंग पूरी तरह से उखड़ चुकी है। जबकि, सुरक्षा दीवार और स्क्रबर भी टूट चुके हैं। इससे ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ खासा रोष है।छह करोड़ की लागत से दस किमी लंबे इस मोटर मार्ग का निर्माण वर्ष 2020 में हुआ था। मार्ग निर्माण के दौरान भी संबंधित ग्रामीणों ने घटिया गुणवत्ता की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने ग्रामीणों की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। नतीजा यह हुआ कि मोटर मार्ग निर्माण के दो साल बाद ही पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग पर गडोल, संकरौल, खड़ीन, चुणोऊ आदि गांवों के ग्रामीण हर रोज जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। ग्राम प्रधान गीता तोमर, क्षेत्र पंचायत सदस्य रमेश तोमर, मोहन सिंह तोमर, युवराज सिंह, चमन नेगी, बलवीर सिंह चौहान ने बताया कि कई जगह मार्ग के बीच में दरार पड़ चुकी है। जबकि, सुरक्षा दीवारें ध्वस्त हो चुकी हैं। आरोप लगाया कि घटिया गुणवत्ता के चलते पूरे मार्ग की पेंटिंग भी उखड़ चुकी है। ऐसे में बरसात के दिनों में इस मार्ग पर सफर करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि विभागीय लापरवाही का खामियाजा स्थानीय ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जल्द मार्ग के सुधारीकरण की मांग की है।