
विकासनगर(आरएनएस)। जौनसार बावर क्षेत्र के 52 गांवों, मजरों और हिमाचल प्रदेश को जोड़ने वाला हरिपुर-कोटी-इच्छाड़ी-क्वानू-मीनस मोटर मार्ग चलने योग्य नहीं रह गया है। स्थानीय ग्रामीणों के बार-बार शिकायत के बाद जिम्मेदार महकमा और जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस मार्ग से जुड़े ग्रामीण लंबे समय से क्षेत्रीय विधायक व मुख्यमंत्री तक से मार्ग सुधारीकरण और चौड़ीकरण की मांग कर चुके हैं, लेकिन किसी ने ग्रामीणों के इस दर्द को गंभीरता से नहीं लिया। सरकार ने इसे स्टेट हाइवे तो घोषित कर दिया, लेकिन मार्ग के सुधार के कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इस कारण 32 किलोमीटर लंबा यह मार्ग कई स्थानों पर बुरी तरह धंसा हुआ है। जल विद्युत परियोजना कोटी इच्छाड़ी के निर्माण के समय वर्ष 1962 में इस मार्ग का निर्माण हुआ था। इससे 52 गांव व मजरों के साथ ही हिमाचल प्रदेश को भी यातायात सुविधा का लाभ मिला था। छिबरौ पावर हाउस व कोटी इच्छाड़ी बांध को जाने का यह मुख्य मार्ग है। नए राज्य के अस्तित्व में आने के बाद सुरंग एवं विद्युत गृह खंड डाकपत्थर और लोनिवि साहिया के बीच मार्ग के स्वामित्व को लेकर खींचतान चली, जिस कारण मार्ग के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया गया। बाद में इसे स्टेट हाईवे घोषित कर लोक निर्माण विभाग को इसके रखरखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई। लेकिन साल दर साल बद से बदतर हो रहे इस मार्ग की दशा सुधाने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। उधर, लोनिवि साहिया की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल ने कहा कि मार्ग के सुधारीकरण और चौड़ीकरण के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।