किच्छा में व्यापार मंडल के चुनाव रद्द कराने को लेकर दोनों पक्ष आमने सामने, हंगामा
रुद्रपुर(आरएनएस)। नगर व्यापार मंडल चुनाव एसडीएम कार्यालय पर अपना- अपना पक्ष रखने पहुंचे दोनों पक्ष आमने सामने आ गये। दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस होने के साथ ही हंगामा हो गया। एक तरफ पूर्व नगर व्यापार मंडल महामंत्री विजय अरोरा ने व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राजकुमार भुड्डी पर चुनाव प्रक्रिया के दौरान पक्षपात का आरोप लगाया। राजकुमार भुड्डी ने आक्रमक तेवर अपनाते हुए विजय पर चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाया। एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा ने मौके की गंभीरता को देखते हुए दोनों पक्षों को अलग किया। एसडीएम ने बताया दोनों पक्षों की बात सुनी जा रही है। जिसके बाद चुनाव संबंधी निर्णय लिया जाएगा। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ने आगामी 25 जुलाई को नगर इकाई के चुनाव कराने की घोषणा की है। जिसका व्यापार मंडल की पूर्व कार्यकारिणी विरोध कर रही है। पूर्व कार्यकारिणी के आरोप है चुनाव के गठित चुनाव संचालन समिति एक अध्यक्ष पद के प्रत्याशी गुलशन सिंधी के पक्ष में कार्य रही है। जिसके कारण चुनाव संचालन समिति को भंगकर प्रशासन की देखरेख में चुनाव कराये जाने चाहिए। दोनों पक्षों में टकराव की स्थिती को देखते हुए पुलिस ने दोनों पक्षों के 26 नेताओं के खिलाफ 126, 135 व 135 (3) पूर्ववर्ती धारा (107, 116) में एसडीएम को रिर्पोट भेजी थी। एसडीएम ने सोमवार को दोनों पक्षों को पांबद करने के लिए तलब किया था। सोमवार को व्यापार मंडल पूर्व नगर महामंत्री विजय अरोरा, पूर्व नगर कोषाध्यक्ष नितिन फुटेला ने अपने समर्थकों के साथ एसडीएम कार्यालय के बाहर तंबू लगा कर धरना दे दिया। भाजपा नेताओं ने व्यापार मंडल के पूर्व पदाधिकारियों का समर्थन किया। उन्होंने एसडीएम से चुनाव को स्थगित कराने की मांग की। इधर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राजकुमार भुड्डी जब चुनाव संचालन समिति के सदस्यों के साथ एसडीएम के यहां मुचलका भरने पहुंचे। उनके बाहर निकलने पर व्यापार मंडल के पूर्व नगर महामंत्री विजय अरोरा ने अपने समर्थकों के साथ भुड्डी को घेर लिया और चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई। एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों को अलग किया जा सका। एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा ने बताया कि दोनों पक्षों ने अपने- अपने दस्तावेज दिए। सक्षम अधिकारी उनका अवलोकन कर रहे है। परीक्षण के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा।