
रुद्रपुर(आरएनएस)। खटीमा रेंज विवाद के बीच विभागीय कार्रवाई तेज हो गई है। तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बागरी ने खटीमा रेंज में तैनात वन दरोगा विनोद कुमार का तबादला कर उन्हें तत्काल प्रभाव से किशनपुर रेंज में संबद्ध कर दिया है। दरोगा विनोद कुमार पर कर्मचारियों के व्हाट्सएप ग्रुप में अभद्र भाषा प्रयोग करने का आरोप था। इस मामले की जांच एसडीओ किच्छा और एसडीओ खटीमा ने की थी। रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद डीएफओ ने यह कार्रवाई की। वहीं खटीमा रेंज में रेंजर जीवन चंद्र उप्रेती के खिलाफ भी गंभीर आरोप सामने आए हैं। कर्मचारियों और महिला कर्मियों ने उन पर अभद्र व्यवहार व उत्पीड़न जैसे आरोप लगाए हैं। यह मामला अब मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है। मानवाधिकार एवं आरटीआई कार्यकर्ता विनय शुक्ला ने आयोग को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि महिला व पुरुष कर्मियों की लगातार शिकायतों के बावजूद उच्च अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि रेंजर को खटीमा जैसी संवेदनशील रेंज का प्रभार सौंप दिया। शिकायत में पीड़ित महिला कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, सभी शिकायतों की निष्पक्ष जांच कराने और जांच पूरी होने तक रेंजर को संवेदनशील दायित्वों से हटाने की मांग की गई है। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि विभाग रेंजर पर कार्रवाई करने के बजाय निचले स्तर के कर्मचारियों पर दबाव बना रहा है। दूसरी ओर, विभागीय सूत्रों का कहना है कि जांच निष्पक्ष रूप से चल रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई निश्चित है।