खटीमा के महोफ रेंज में उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के वनाधिकारियों की बैठक

रुद्रपुर(आरएनएस)।  मुख्य वन संरक्षक और डीएफओ पूर्वी तराई वन प्रभाग की यूपी वन विभाग के साथ बैठक हुई। जिसमें आपसी समन्वय कर सूचना साझा करने, ज्वाइंट गश्त, वन तस्करी रोकने, अवैध शिकार पर अंकुश लगाने पर सहमति बनी। साथ ही कई मुद्दों पर मिलकर काम करने की बात कही गई।  गुरुवार को महोफ रेंज विश्राम गृह में आयोजित यूपी व उत्तराखंड के अधिकारियों की बैठक में मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त विनय भार्गव, डीएफओ हिमांशु बांगड़ी, सुरई रेंज का स्टाफ पहुंचा। अधिकारियों के बीच दोनों राज्यों में वन्य जीव एवं लकड़ी की तस्करी रोकने को समन्वय स्थापित करने, अपराधियों की सूचनाएं एक दूसरे को देने पर सहमति बनी। बैठक में शामिल होने के बाद लौटते समय अधिकारियों ने रात में सुरई रेंज के जंगलों में गश्त की। उन्होंने विश्राम गृह से बग्गा, सरपुड़ा, सुरई से सटे न्यूरिया, क्रोकोडाइल पार्क को जाने वाली रोड, झनकैया नहर से लगी सीमा, शारदा डैम के किनारे लगी सीमा को चेक किया। उन्होंने एसडीओ संचिता वर्मा, रेंज अधिकारी सुरई आरएस मनराल को जंगल की सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश दिए। बताया कि सुरई रेंज बाघ सहित हिरन, जंगली सुअर, मोर की अधिकता की वजह से जाना जाता है। इनकी सुरक्षा, भोजन और गर्मियों में पानी की व्यवस्था के उचित इंतजाम किए गए हैं। यहां डिप्टी रेंजर सतीश रेखाड़ी, सुंदर लाल वर्मा, वन दरोगा आरडी वर्मा, अजमत खान, बाबूराम, चंद्रपाल यादव, अमर सिंह बिष्ट, मुकेश कुमार आदि रहे।

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