केजरीवाल स्वयं आठ सालों में दिल्ली के विकास के लिए एक बड़ी समस्या बने हुए हैं : आदेश गुप्ता
![](https://rnsindianews.com/wp-content/uploads/2022/03/WhatsApp-Image-2022-03-09-at-9.52.12-AM-650x450.jpeg)
![](https://rnsindianews.com/wp-content/uploads/2023/07/navneet-Banner_speed.gif)
नई दिल्ली (आरएनएस)। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ आईटीओ स्थित छठ पूजा घाट का निरीक्षण किया और छठ की तैयारियों का जायजा लिया। घाटों का जायजा लेने के बाद श्री गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हर साल की तरह एक बार फिर मां यमुना की सफाई को लेकर केजरीवाल अपनी पुरानी स्क्रिप्ट रटना शुरू कर चुके हैं। जबकि आठ साल पहले से केजरीवाल कहते आ रहे हैं कि मां यमुना में प्रदूषण की समस्या को खत्म कर सबके साथ डुबकी लगाएंगे। लेकिन इन आठ सालों में केजरीवाल खुद दिल्ली के विकास के लिए एक बड़ी समस्या बन चुके हैं। आदेश गुप्ता ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने 2419 करोड़ रुपये एसटीपी प्लांट लगाने के लिए केजरीवाल को दिए लेकिन आज उन एसटीपी प्लांट का क्या हुआ जिसकी चर्चाएं केजरीवाल दूसरे राज्यों में करते हैं। लेकिन केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की माता-बहनों को अपने कार्यकाल में जहरीले पानी के अंदर डुबकी लगाने को मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि यमुना का 80 फीसदी प्रदूषण होने का कारण दिल्ली है लेकिन दिल्ली में एक ऐसी सरकार बैठी है जो यमुना सफाई की जगह सिर्फ राजनीति करने का काम कर रही है। आदेश गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से ओखला में देश ही नहीं बल्कि पूरे एशिया का सबसे बड़ा एसटीपी प्लांट लगाने का काम जारी है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर दिल्ली में छठ पूजा की तैयारियों को लेकर केजरीवाल के 25 करोड़ रुपये कहाँ दिख रहे हैं। ना ही किसी तरह की तैयारियां है और ना ही यमुना की सफाई। बाकी दावों की तरह ही उनका यह दांव भी फेल साबित हो चुका है। उन्होंने केजरीवाल सरकार को हिन्दू विरोधी बताते हुए कहा कि जब भी हिंदुओ का कोई पर्व आता है तो वे तुगलकी फरमान जारी कर उसे रोकने का प्रयास करते हैं। रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि मां यमुना की सफाई का मुद्दा हमेशा से ही विधानसभा में भाजपा ने उठाया लेकिन केजरीवाल उसपर चर्चा करने की बजाए इधर उधर के मुद्दे लाकर मुद्दे से भटकाने का काम करते हैं लेकिन ठीक इसके उलट जब छठ जैसा महापर्व आता है तो यमुना सफाई और उसमें डुबकी लगाने जैसी कोरी बातें करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल यह पिछले आठ सालों से करते आ रहे हैं और अब दिल्ली की जनता भी इसको समझ चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने यमुना सफाई के लिए केजरीवाल की मदद भी की लेकिन उन पैसों का दुरुपयोग केजरीवाल ने अपने चुनावी पर्यटन में कर दिया। आज भी यमुना की स्थिति पहले से ज्यादा बदतर हो चली है।
![](https://rnsindianews.com/wp-content/uploads/2023/07/navneet-Banner_speed.gif)