
अल्मोड़ा(आरएनएस)। उपाध्यक्ष सिंचाई सलाहकार समिति ऋषि कंडवाल द्वारा सिंचाई कार्य मंडल अल्मोड़ा के नियंत्रण अधीन खंडों की समीक्षा बैठक ली गई। अल्मोड़ा नगर में एक होटल के सभागार में आयोजित हुई इस बैठक में उन्होंने अल्मोड़ा जनपद की सिंचाई प्रणाली तथा सिंचाई विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। साथ ही सिंचाई विभाग के माध्यम से किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त कर जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभाग के लिए जरूरी है, कि कार्यों में गुणवत्ता तथा मितव्ययिता जरूर हो। कहा कि अधिकारी स्वयं क्षेत्रों का भ्रमण करें तथा यह देखें कि खेती वाले क्षेत्रों में सिंचाई की व्यवस्था कैसे की जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव ऐसे बनाए जाएं कि उससे अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके। साथ ही कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाएं तथा उनके माध्यम से विभाग के संज्ञान में आ रही समस्याओं का निवारण करें। विभाग की जानकारी देते हुए अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड अल्मोड़ा मोहन सिंह रावत द्वारा उपाध्यक्ष को अवगत कराया कि सिंचाई खंड अल्मोड़ा के कार्य क्षेत्र में चार उपखंड स्थित हैं, जिसमें सिंचाई खंड अल्मोड़ा द्वारा बैराज निर्मित तथा कुल 128 नहरें तथा वर्तमान में आपदा न्यूनीकरण का कार्य प्रगति पर है। समीक्षा बैठक में चारों खंडों के अधिशासी अभियंता भी मौजूद थे। सहायक अभियंता प्रथम खंड अल्मोड़ा इंजीनियर प्रशांत पंत द्वारा अवगत कराया गया कि मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत नान/छोटी कोसी में बैराज का कार्य प्रस्तावित है। इस कार्य को करने के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण कार्य कराया जा रहा है तथा मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत सिंचाई खंड अल्मोड़ा द्वारा तपस्या पथ का निर्माण कार्य काकड़ीघाट के पास कराया जाएगा। उक्त कार्य काकड़ीघाट के समीप टीआरसी के पास किया जाना है तथा योजना का प्राक्कलन गठित किया जा रहा है। बैठक में उपाध्यक्ष सिंचाई सलाहकार समिति द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कार्य जनभावनाओं के अनुरूप हों। जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर कार्यों को प्राथमिकता के साथ किया जाए। यहां मेयर अल्मोड़ा अजय वर्मा, अधीक्षण अभियंता सिंचाई अल्मोड़ा मो. जावेद अनवर, ई ई सिंचाई रानीखेत ललित मोहन कुड़ियाल, ईई सिंचाई कपकोट जगत सिंह बिष्ट, ईई सिंचाई बागेश्वर कमल कांत जोशी, इंजी मनीष कुमार समेत, जनप्रतिनिधि तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।






