कलश यात्रा के साथ विमलकोट में श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभारंभ
अल्मोड़ा। धौलछीना स्थित मां भगवती मंदिर विमलकोट में कलश यात्रा के साथ नौ दिवसीय संगीतमय श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। शुक्रवार को धौलछीना से विमलकोट तक कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा के बाद कलशों की स्थापना की गई। कथा वाचक मनोज पांडे के सानिध्य में ढोल नगाड़ों के साथ 151 महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में सुसज्जित होकर धौलछीना से 4 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़कर कलश यात्रा में भाग लिया। कथा का शुभारंभ करते हुए कथावाचक पंडित मनोज पांडे ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ऐसी कथा है जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक ऊर्जा से सशक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है जब हम इसे अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट हो जाते हैं तथा प्राणी का आध्यात्मिक विकास होता है। मुख्य यजमान आनंद सिंह रावत ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर 1:00 से अपराह्न 4:00 बजे तक आयोजित होगी। उन्होंने श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में आकर कथा श्रवण का पुण्य अर्जित करने की अपील की। बताया कि 9 दिवसीय भागवत कथा का समापन 16 जून को विशाल भंडारे के साथ होगा।