कक्षा कक्षों की कमी से जूझ रहा अटल उत्कृष्ट राइंका त्यूणी
विकासनगर(आरएनएस)। जौनसार बावर का सबसे बड़ा राजकीय इंटर कॉलेज त्यूणी की हालत जर्जर हो चुकी है। यहां संसाधनों की बेहद कमी है। कमरों से लेकर उपकरणों की यहां कमी है। कमरों से लेकर बिल्डिंग की हालत खराब हो चुकी है। इससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। विद्यालय विकास प्रबंधन समिति और अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में संसाधन मुहैया कराने के लिए शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों से कई बार संपर्क किया जा चुका है, बावजूद इसके छात्रों के प्रति अधिकारी संवेदनशील नजर नहीं आ रहे हैं। सीमांत क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराने के लिए राइंका त्यूणी को अटल उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा गया, लेकिन इसके बाद सिर्फ विद्यालय का बोर्ड ही बदला गया। संसाधनों का अभी भी अभाव बना हुआ है। 582 छात्र संख्या वाले इस विद्यालय के भवन में सात कक्ष हैं, जिनमें से दो कक्षों में प्रयोगशाला संचालित होती है। एक कक्ष को कंप्यूटर कक्ष के तौर पर उपयोग में लाया जाता है, जबकि एक अन्य कक्ष का उपयोग परीक्षा कंट्रोल रूम के तौर किया जाता है। ऐसे में कक्षा छह से कक्षा 12 तक की कक्षाओं के संचालन के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल रही है। वर्ष 1990 में बना भवन पूरी तरह से जीर्णशीर्ण भी चुका है। जगह जगह फर्श भी क्षतिग्रस्त हो गया है। दीवारों का प्लास्टर उखड़ कर गिर रहा है। बारिश के मौसम में छत से पानी टपकता रहता है। कुछ कमरों के दरवाजे, खिड़की भी कमजोर हो चुके हैं।