शरारती तत्वों ने कांसखेत में वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की मूर्ति की खंडित
पौड़ी। पौड़ी के कांसखेत में स्थापित वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा शरारती तत्वों ने खंडित कर दी है। शरारती तत्वों ने प्रतिमा के दोनों हाथ तोड़ दिए हैं, लेकिन प्रशासन और जिम्मेदार विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। कल्जीखाल ब्लाक के कांसखेत में संस्कृति विभाग द्वारा वर्ष 2016-17 में पेशावर कांड के नायक वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई थी। लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने गढ़वाली की प्रतिमा को खंडित कर दिया है। शरारती तत्वों ने उनकी प्रतिमा के दोनों हाथ को क्षति पहुंचाई है। जिस पर क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं व स्थानीय ग्रामीणों ने नाराजगी जताई है। कल्जीखाल के सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी ने बताया कि कांसखेत में स्थापित वीरचंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा पर कोई शिलापट्ट भी नहीं लगाया गया है। जिससे क्षेत्र के बच्चों, युवाओं व ग्रामीणों को पता ही नहीं है कि यह प्रतिमा किसकी है। उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों द्वारा मूर्ति के दोनों हाथ खंडित किए गए है। बताया कि इसको लेकर जिला प्रशासन व संबंधित विभाग को कई बार सूचना दी जा चुकी है, लेकिन जिला प्रशासन से लेकर संबंधित विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। वहीं संस्कृति एवं पुरातत्व अधिकारी आशीष कुमार ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। कर्मचारियों को शीघ्र ही क्षेत्र में भेजा जाएगा। साथ ही प्रतिमा क्षति का आंकलन किया जाएगा। इसके बाद ही क्षतिपूर्ति का कार्य किया जाएगा।