जोशीमठ मुख्य बाजार में स्थित लोनिवि का रेस्ट हाउस किया ध्वस्त

चमोली। जोशीमठ के मुख्य बाजार में स्थित लोनिवि का रेस्ट हाउस को गुरुवार को मशीनों की सहायता से तोड़ दिया गया है। वर्ष 1989 में तैयार हुआ यह रेस्ट हाउस यहां आने वाले वीआईपी लोगों के रुकने की पसंदीदा जगह रहा है। उधर, जोशीमठ तहसील भवन की दरारें भी चौड़ी होने लगी हैं। जोशीमठ में खतरे की जद में आए निजी भवनों को तोड़ने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। वर्तमान समय में जोशीमठ नगर व आसपास कई अच्छे होटल बन चुके हैं, लेकिन इस रेस्ट हाउस का निर्माण तब किया गया था जब जोशीमठ में होटल व्यवसाय अधिक विकसित नहीं हुआ था। इसलिए जोशीमठ आने वाले अधिकांश वीआईपी इसी रेस्ट हाउस में रुका करते थे, जो कि अब इतिहास बन चुका है। जोशीमठ नगर के विविध क्षेत्रों में 2 जनवरी की रात को आई दरारों की जद में लोनिवि का यह रेस्ट हाउस भी आ गया था। इसकी दरारें लगातार चौड़ी हो रही थी। सीबीआरआई ने पहले इसमें लाल रंग का स्टीकर चिपकाकर इसे अनयूजेबल घोषित किया। बाद में इसकी मॉनिटिरिंग के बाद मंगलवार को इस भवन में डिमोलिश का ब्लैक स्टीकर चिपका दिया था। जिलाधिकारी के आदेश पर रेस्ट हाउस को तोड़ दिया गया है। लोनिवि के एई हर्ष वर्धन मैठाणी ने बताया कि सुबह 9 बजे 10 मजूदर एवं एक जेसीबी की सहायता से इस रेस्ट हाउस को तोड़ने का कार्य शुरू किया गया, जिसमें उनके साथ विभाग के 3 अन्य टेक्निकल स्टाफ भी मौजूद रहे।


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