जम्मू-कश्मीर में सेना को बड़ी सफलता, अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराए 5 आतंकवादी

श्रीनगर (आरएनएस)। जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को डोडा में होने वाली चुनावी रैली से पहले सुरक्षा बलों के हाथ बड़ी सफलता लगी है।भारतीय सेना के जवानों ने 2 अलग-अलग मुठभेड़ों में 5 आतंकवादियों को मार गिराया है। पहली मुठभेड़ बारामूला जिले के चक टापर क्रेरी इलाके में हुई, जिसमें 3 आतंकवादी मारे गए। सेना ने खूफिया जानकारी के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में यह सफलता हासिल की है।
एक अलग घटना में शुक्रवार को कठुआ में सेना की राइजिंग स्टार कोर इकाई के जवानों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस अभियान के परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के ऊंचे इलाकों में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी समेत 2 सैन्यकर्मी शहीद हो गए तथा 2 अन्य घायल हो गए।
जम्मू क्षेत्र के पहाड़ी जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, कठुआ, रियासी और उधमपुर में पिछले 2 महीनों से अधिक समय से सेना, सुरक्षाबलों और नागरिकों पर आतंकवादी हमले हो रहे हैं। आतंकवादी घात लगाकर अचानक हमला करते हैं और फिर पहाड़ी क्षेत्रों के जंगलों में गायब हो जाते हैं। इन हमलों के लिए विदेशी आतंकवादियों के एक समूह के जिम्मेदार बताया जा रहा है। ये आतंकी 40 से 50 की संख्या में हैं।
ये मुठभेड़ें जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में प्रधानमंत्री मोदी की मेगा चुनावी रैली से पहले कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई हैं। चुनावी रैली का शांतिपूर्ण और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए डोडा और किश्तवाड़ जिलों में, विशेषकर कार्यक्रम स्थल के आसपास बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।इस रैली में प्रधानमंत्री मोदी लोगों को भाजपा की ओर करने का प्रयास करेंगे। बता दें कि यह 42 वर्षों में किसी प्रधानमंत्री की पहली डोडा यात्रा होगी।
जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। पहले चरण में 18 सिंतबर को मतदान होगा। दूसरे चरण में 25 सितंबर और तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे।वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। 2014 के बाद से परिसीमन और अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पहला विधानसभा चुनाव है। मतदान से पहले क्षेत्र में आतंकवादियों गतिविधियों का बढऩा चिंता का विषय है। हालांकि, सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करने के निर्देश दिए हैं।