जम्मू-कश्मीर के पूर्व एमएलसी हत्याकांड का मुख्य संदिग्ध जम्मू में गिरफ्तार
नई दिल्ली (आरएनएस)। जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मुख्य संदिग्ध हरमीत सिंह को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने जम्मू में गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी के बसई दारापुर में नौ सितंबर को 67 वर्षीय वजीर एक फ्लैट के शौचालय में मृत पाए गए थे।
इससे पहले, दो अन्य आरोपियों की पहचान 67 वर्षीय बलबीर सिंह के रूप में हुई, जो गांधी नगर, जम्मू के प्रीत नगर के रहने वाले और 33 वर्षीय राजेंद्र चौधरी, सांभा, जम्मू के गागोर गांव से थे, जिन्हें पुलिस ने 15 सितंबर को गिरफ्तार किया और दिल्ली के सामने पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिक, राजेंद्र चौधरी ने पूछताछ में खुलासा किया था कि वजीर की तीन सितंबर को गोली मारकर हत्या की गई थी और घटना के वक्त चार और लोग मौजूद थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नेकां के पूर्व नेता वजीर को भी मारे जाने से पहले नशीला पदार्थ दिया गया था।
वजीर 1 सितंबर को दिल्ली आया था और अपने परिचित हरप्रीत सिंह और जम्मू के मूल निवासी उसके दोस्त हरमीत सिंह के साथ बसई दारापुर इलाके में अपने किराए के फ्लैट में रह रहा था। वजीर 3 सितंबर को दो दिनों में कनाडा के लिए रवाना होने वाला था, लेकिन, जब वह 2 सितंबर को लापता हो गया, तो उसके परिवार ने जम्मू पुलिस से संपर्क किया, जिसने दिल्ली के अपने समकक्षों से लापता व्यक्ति की जांच करने का अनुरोध किया।
छह दिन बाद, 9 सितंबर को, उनका शव अत्यधिक क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था।
इसके बाद कई टीमों का गठन किया गया और संदिग्धों को पकडऩे के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान चलाया गया।
चौथा संदिग्ध हरप्रीत सिंह अभी भी फरार है और उसे पकडऩे के लिए छापेमारी की जा रही है।