जिले में धूमधाम के साथ मनाई गई रामनवमी

बागेश्वर। जिले में चैत्र नवरात्र का समापन कन्या पूजन के साथ नवमी पर हो गया है। हरेला सोमवार को कटेगा। व्रतधारियों ने घरों के अलावा देव मंदिरों पर भी यह आयोजन किया। दिन भर मंदिरों में पूजा-अर्चना का सिलसिला चलता रहा। नुमाइशखेत मैदान पर राम नवमी पर्व पर पूजा-अर्चना की गई। श्रीराम के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।चैत्र नवरात्र की नवमी पर व्रतधारियों ने कन्याओं का पूजन किया, उनके पैर धोए और भोजन कराया। उसके बाद उन्हें मां की चुनरी और दक्षिणा आदि भेंट की। पंडित मोहन चंद्र लोहनी ने बताया कि कन्या पूजन के लिए दो से दस वर्ष की आयु की कन्या उत्तम मानी गई है। नौ कन्याओं का भोजन कराया जाता है। इनके साथ एक बालक को बैठाया जाता है। जिसे भैरो बाबा के रूप में भोजन कराया जाता है। नवरात्र केवल व्रत और उपवास का पर्व नहीं है। यह नारी शक्ति और कन्याओं के सम्मान का भी पर्व है। इस दौरान चंडिका, कोट भ्रामरी, मैच्युला मैया पालड़ीछीना आदि स्थानों पर श्रद्धालुओं ने आयोजन किए। इधर, नुमाइशखेत मैदान स्थित रामलीला भवन में राम नवमी पर्व पर पूजा-अर्चना की गई।