
गुमला (आरएनएस)। झारखण्ड में गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड स्थित गुरदरी थाना क्षेत्र की दो आदिवासी नाबालिगों के साथ दस युवकों ने अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म किया. दोनों लड़कियां नाबालिग हैं और रिश्ते में चचेरी बहनें हैं. घटना शुक्रवार की देर शाम ऊपर लोदा व चापाकोना के समीप घटी. इधर, सूचना पर जब पुलिस हरकत में आयी, तो गिरफ्तारी के डर से एक आरोपी अजीत उरांव ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
मृतक गुरदरी थाना के नीचे लोदा गांव निवासी ढेबला उरांव का पुत्र है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आठ आरोपी अभी भी जंगल में छिपे हुए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण गुस्से में हैं. वे रविवार को दिनभर जंगल में आरोपियों को खोजते नजर आये. वहीं गुरदरी थाना प्रभारी अनंत कुमार शर्मा ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई है. जल्द ही आरोपी पकड़े जायेंगे.
जानकारी के अनुसार, दोनों नाबालिग बहनें दशहरा मेला देख कर भाई के साथ घर लौट रही थीं, तभी आरोपी युवकों ने भाई को पीटकर भगा दिया और उसके बाद जंगल में ले जाकर दोनों के साथ दुष्कर्म किया. विरोध करने पर आरोपियों ने उनकी पिटाई भी की. इधर, पीडि़ता के भाई ने गांव में जाकर परिजनों को घटना की जानकारी दी.
इसके बाद ग्रामीण दोनों पीडि़ता की तलाश में जंगल में गये. ग्रामीणों को आता देखकर पीडि़ता को छोड़ कर सभी आरोपी भाग गये. इसके बाद ग्रामीणों के साथ पीडि़ता गुरदरी थाना पहुंची और प्राथमिकी दर्ज करायी. दोनों पीडि़ता की गुमला सदर अस्पताल में मेडिकल जांच करायी गयी.