जयकारों के साथ 3 हजार यात्री ऋषिकेश से चारधाम यात्रा को हुए रवाना
ऋषिकेश(आरएनएस)। चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों का हुजूम बरकरार है। ऑफलाइन पंजीकरण के लिए ऋषिकेश में यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। पहले टॉकन फिर रजिस्ट्रेशन के लिए यात्रियों की लंबी कतारें दिख रही हैं। यात्रियों की भीड़ में राज्य सरकार को रोजाना पंजीकरण का निर्धारित तीन हजार का स्लॉट भी नाकाफी साबित होता नजर आ रहा है। मंगलवार को चारधाम ट्रांजिट एवं पंजीकरण केंद्र में सुबह से सात बजे से यात्रियों के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए काउंटर खुले। शाम पांच बजे यात्रियों के पंजीकरण का प्रतिदिन का निर्धारित कोटा फुल हो गया। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद तीन हजार यात्री ऋषिकेश से भगवान बदरी और केदार के जयकारों के साथ चारधाम यात्रा के लिए रवाना हुए। इनमें राजस्थान, बिहार, मध्यप्रदेश, यूपी, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात समेत विभिन्न राज्यों के यात्री शामिल थे। वहीं, भीषण गर्मी में भी चारधाम यात्रा पर जाने को रजिस्ट्रेशन के लिए सुबह से शाम तक यात्रियों में भारी उत्साह देखने को मिला। मन आस्था के साथ तीर्थदर्शन की आस में यात्री चिलचिलाती धूप और उमस में भी पंजीकरण के लिए कतारों में डटे दिखे। मालूम हो कि, तीर्थयात्रियों के लिए एक जून से खुले ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन में पहले सरकार ने 1500 की संख्या रोजाना तय की थी, लेकिन यात्रियों की आमद में इजाफा होने पर इसे बढ़ाकर उसे 2000 और अब तीन हजार कर दिया गया है।
चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश पहुंचने वाले हर यात्री को ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यात्रियों को लंबे वक्त तक कतारों में न लगना पड़े, इसके लिए टॉकन सिस्टम भी लागू किया गया है। चारधाम ट्रांजिट एवं पंजीकरण केंद्र में यात्रियों के ठहरने से लेकर भोजन समेत सभी आवश्यक इंतजाम हैं।
– नरेंद्र सिंह क्वीरियाल, अपर आयुक्त गढ़वाल