जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए शहीद मंदीप को नम आंखों से दी अंतिम विदाई

पौड़ी। जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए पौड़ी के लाल मंदीप सिंह नेगी रविवार को अंतिम विदाई दी गई। इस मौके भारी सख्या में खास और आम लोग अपने जांबाज को अंतिम विदाई देने पहुंचे। जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में सीमा पर अपनी ड्यूटी निभाते हुए 11वीं गढ़वाल राइफल के 23 वर्षीय राइफलमैन मंदीप सिंह नेगी शहीद हो गये थे। रविवार को उनका पार्थिव शरीर उनके गांव पोखड़ा ब्लाक के ग्राम सकनोली पहुंचा। गांव में शहीद राइफलमैन मंदीप सिंह नेगी के पार्थिव शरीर के पहुंचने पर सबकी आंखें नम हो गई। मंदीप की मां हेमन्ती देवी अपने बेटे को तिरंगे से लिपटा देखकर बेसुध होकर गिर पड़ी, ग्रामीणों व एसएसपी पौड़ी पी रेणुका देवी ने उन्हें संभाला। वहीं मंदीप के पिता सत्यपाल सिंह को जहां एक और अपनी मातृभूमि के कर्ज चुकाने पर अपने बेटे की शहादत पर गर्व है, वहीं उनकी आंखों के आंसू बेटे के जाने के गम को बयां कर रहे थे। मंदीप की माता हेमन्ती देवी अपने एकमात्र सहारे का पार्थिव शरीर देखकर खुद को संभाल नहीं पा रही थी और रोते हुए मंदीप से लिपट गयी। बार- बार मंदीप को याद कर उसके बात करने का इंतजार कर रही थी।
शहीद राइफलमैन मंदीप सिंह नेगी को श्रंद्धाजलि देने पहुंचे सीएम तीरथ सिंह रावत ने मंदीप के माता- पिता को ढांढस बंधाया और मंदीप की शहादत को देश व प्रदेश का गर्व बताया। सीएम के साथ शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शहीद राइफलमैन मंदीप के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रंद्धांजलि दी और शहीद मंदीप की शहादत पर शहीद को सैल्यूट किया। श्रंद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की आंखें नम थी। शहीद के गांव सकनोली में क्षेत्रीय ग्रामीण, जनप्रतिनिधि शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे और शहीद के पैतृक घाट में शहीद को अंतिम विदाई दी।