जल संस्थान मुख्यालय पर कर्मचारियों का प्रदर्शन

देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन ने शुक्रवार से चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया। मैनेजमेंट पर कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया गया। पूर्व में दिए गए आश्वासन के बावजूद मांगों के पूरा न किए जाने को मैनेजमेंट की हठधर्मिता करार दिया। तयशुदा कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर से कर्मचारी नेहरू कालोनी जल भवन में जुटे। यहां कर्मचारियों ने मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी कर आक्रोश जताया। प्रदेश अध्यक्ष संजय जोशी ने कहा कि जब एक बार मैनेजमेंट के साथ वार्ता में समझौता हो गया है, तो फिर क्यों मांगों पर कार्रवाई नहीं की जाती। क्यों वार्ता के नाम पर समय खराब किया जाता है। मैनेजमेंट के इसी लापरवाह रुख के कारण सालों से मांगे डंप पड़ी हैं। 2003 में नियमित हुए कर्मचारियों को 1996 से सेवा लाभ देने को हाईकोर्ट के स्तर तक से आदेश होने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। महामंत्री रमेश बिंजौला ने कहा कि जब लोनिवि, सिंचाई विभाग में आईटीआई धारकों को 2400 ग्रेड पे का लाभ मिल रहा है, तो जल संस्थान के मामले में क्यों देरी की जा रही है। तमाम आश्वासनों के बावजूद अभी तक कर्मचारियों को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। पूर्व की व्यवस्था बंद हो चुकी है। कर्मचारियों को इसका बड़ा नुकसान हो रहा है। समूह ग में प्रमोशन के बड़ी संख्या में पद खाली होने के बावजूद प्रमोशन नहीं हो रहे हैं। इसके विरोध में चरणबद्ध आंदोलन तेज किया जाएगा।
विरोध जताने वालों में कार्यकारी अध्यक्ष धन सिंह नेगी, उपाध्यक्ष रामचंद्र सेमवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी संदीप मल्होत्रा, लाल सिंह रौतेला, श्याम सिंह नेगी, शिशुपाल रावत, रमेश चंद आर्य, आशीष तिवारी, रमेश चंद्र शर्मा, राजेंद्र सिंह बिष्ट, चतर सिंह, धूम सिंह सोलंकी, रणवीर सिंह पंवार, जीवानंद भट्ट, विजय शाह, राजेंद्र पंवार, शिवप्रसाद शर्मा, धन सिंह चौहान, सरिता नेगी, रामदुलारी, अमित कुमार, अशोक हरदयाल, संजय शर्मा, राजकुमार अग्रवाल, सनी कुमार, पंकज सिंगल, प्रेम सिंह नेगी, संजय सलोत्रा, धन सिंह रावत, संजय कुमार, प्रवीण सैनी, महेश सिंह, पूरणचंद जोशी, नंदलाल, रोशन लाल शर्मा, प्रदीप तोमर, कांता देवी, कमलेश देवी आदि मौजूद रहे।