जहरीली शराब से जान गंवाने वालों के परिजनों को डीएम ने दिया हरंसभव मदद का आश्वासन

हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने मंगलवार को पथरी क्षेत्र के फूलगढ़, शिवगढ, दुर्गागढ़ गांवों का दौरान जहरीली शराब से जान गंवाने वालों के परिजनों से मुलाकात और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने दिवंगतों के परिजनों को ढाढस बंधाते हुये कहा कि घटना काफी दुःखद है। जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। लेकिन अब हमें मृतकों के आश्रितों के भविष्य के बारे में सोचना है।
जिलाधिकारी ने मौके पर ही अधिकारियों को शराब का सेवन करने से जिनकी मृत्यु हुई है। उनका मृत्यु प्रमाण पत्र 48 घण्टे के भीतर जारी करने, भारत सरकार की स्पांसरशिप योजना के तहत नाबालिक बच्चों को दो हजार रूपये प्रतिमाह दिलाने की कार्रवाई तुरन्त शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को प्राइवेट या सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ रहे मृतकों के बच्चों की अप्रैल 2023 तक की फीस माफ करने के निर्देश भी दिए। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पारिवारिक लाभ योजना के अन्तर्गत 20 हजार रूपये की आर्थिक सहायता पीड़ित परिवारों को तुरन्त उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये कि दिवंगतों के आश्रितों को छह माह का राशन-गेहूं, चावल तथा दाल, कल तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये तथा उनके आश्रितों को विधवा पेंशन एवं किसान पेंशन योजना के तहत पेंशन का लाभ दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता के लिये भी प्रस्ताव प्रेषित किया जायेगा। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पीड़ित परिवारों के सभी दस्तावेज एक ही स्थान-पंचायत घर से तैयार किए जाएं। ताकि पीड़ित परिवारों को दस्तावेजों के लिये अलग-अलग जगह न जाना पड़े। जिलाधिकारी शराब कांड में जान गंवाने वाले शिवगढ़ गांव के अमर पाल, विनोद, दुर्गागढ़ के देवेन्द्र कुमार तथा शिवगढ़ के इशम पाल, शुकपाल के परिजनों के आवास पर गये तथा उन्हें सांत्वना देते हुये हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से अवैध शराब के धंधे में लिप्त लोगों की सूचना पुलिस व प्रशासन को देने की अपील करते हुए कहा कि सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई गलत सूचना देता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, एसडीएम पूरण सिंह राणा, परियोजना निदेशक विक्रम सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा.कुमार खगेन्द्र, जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश भदौरिया, खण्ड विकास अधिकारी, सहायक समाज कल्याण अधिकारी, खाद्य पूर्ति विभाग के अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के अधिकारी तथा ग्रामीण मौजूद रहे।