जांच टीम के खिलाफ ग्रामीणों का हंगामा

रुडक़ी। अकौढ़ा कलां के ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर पंचायत में वित्तीय गड़बडिय़ों की शिकायत करने पहुंची टीम के खिलाफ हंगामा किया। आरोप लगाया कि टीम ने जांच में आरोपियों से मिलकर पक्षपात किया है। उन्होंने जांच किसी दूसरी संस्था से कराने की मांग एसडीएम से की है।
कई माह पहले अकौढ़ा कलां के अधिवक्ता विकास पंवार ने पंचायत से विकास कार्यों की सूचना मांगी भी सूचना में बताया गया कि 2019-20 में गांव के चार तालाबों की सफाई व सौंदर्यीकरण पर लगभग पौने सोलह लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसके बाद विकास ने इसकी शिकायत सीएम व पीएम के पोर्टल पर की थी। आरोप लगाया था कि सारा काम कागजों पर दर्शाकर पैसा गबन किया गया है। इसकी जांच के लिए लक्सर के एबीडीओ शीशपाल राठौर के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। इसी हफ्ते टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की थी। टीम की रिपोर्ट के मुताबिक जांच में कोई अनियमितता नहीं पाई गई। इसका पता चलने पर बुधवार को शिकायतकर्ता विकास के साथ गांव के पहल सिंह, सत्यपाल सिंह, विकास चौधरी, अंकित कुमार, नीटू, रमन कुमार, राहुल, महीपाल, उदय सिंह, रजत, वंश चौहान, अनंत पंवार तहसील मुख्यालय पहुंचे और जांच टीम के खिलाफ हंगामा करने लगे। उनका आरोप था कि मौके पर चार में से एक भी तालाब में जरा सा भी काम नहीं कराया गया है। प्रधान व पंचायत सचिव ने मिलीभगत कर पंद्रह लाख का गबन किया है। जांच टीम ने भी साजबाज कर पक्षपातपूर्ण जांच की है। उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन प्रेषित कर मामले की जांच किसी दूसरी एजेंसी से कराने की मांग की। चेतावनी दी कि ऐसा नहीं हुआ तो मजबूरन उन्हें हाईकोर्ट जाना पड़ेगा।