इटावोन भगदड़ में मरने वालों की संख्या 151 पहुंची, जांच के आदेश जारी

सियोल। दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हैलोवीन उत्सव के दौरान हुई भगदड़ में मरने वालों की संख्या 151 पहुंच गई है। मारे गए लोगों में से अधिकतर महिलाएं और 30 साल से कम उम्र के युवा हैं। जान गंवाने वाले लोगों में 19 विदेशी हैं। भगदड़ में 82 लोग घायल हुए हैं और उनमें से 19 की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं हादसे के बाद से 355 लोग लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
सियोल के इटावोन में भगदड़ शनिवार रात स्थानीय समयानुसार लगभग 10 बजे मची थी। इस इलाके में आमतौर पर भीड़ रहती है, लेकिन हैलोवीन के मौके पर यहां एक तंग गली में लगभग एक लाख लोग इकट्ठा हुए थे। कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत के बाद बिना किसी पाबंदी के ये पहली हैलोवीन है। अभी तक आधिकारिक तौर पर यह पता नहीं चला है कि भगदड़ कैसे हुई। सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
एक दमकल अधिकारी ने बताया भीड़ के नीचे कुचले जाने से ज्यादातर लोगों की मौत हुई है और मृतकों में अधिकतर महिलाएं और युवा हैं। उन्होंने बताया कि जिन विदेशियों की मौत हुई है, वे चीन, ईरान, उज्बेकिस्तान और नॉर्वे के रहने वाले थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भीड़ के पैरों तले कुचले गए कुछ लोगों को निकालने में एक घंटे से भी अधिक का समय लगा था।
21 वर्षीय मून जु-यंग ने बताया कि हादसे से पहले ही इसके संकेत मिलने लगे थे। इस गली में आम दिनों की तुलना में 10 गुना अधिक भीड़ थी। वहीं एक और प्रत्यक्षदर्शी जियोन गा-इयुल ने बताया, वहां बहुत सारे लोग थे और एक-दूसरे को धकेल रहे थे। मैं भी भीड़ में फंस गया और जल्दी नहीं निकल सका। मुझे लगा था कि यहां हादसा बस होने ही वाला है।
पुलिस ने बताया कि कई लोगों को मौके पर ही सीपीआर दिया गया था। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो भी शेयर हो रहे हैं। सीपीआर देने वाले एक डॉक्टर ने बताया कि इस हादसे को शब्दों में बयान करना मुश्किल है। कई पीडि़तों के चेहरे पीले पड़ चुके थे और कई लोगों के नाक से खून बह रहा था। सीपीआर देते समय उनके मुंह भी खून निकल रहा था। उन्होंने कहा कि कई स्थानीय लोगों ने भी उनकी मदद की।
स्थानीय मीडिया में चल रही कुछ रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि किसी इटावोन इलाके के एक बार में किसी सेलिब्रिटी के आने की खबर सुनने के बाद लोग एकदम उसकी तरफ दौड़े थे और इसी वजह से भगदड़ मची है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-यीओल ने इस घटना को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाई और रविवार को राजकीय शोक का ऐलान किया है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि यह बहुत दुखद है। यह हादसा और आपदा नहीं होनी चाहिए थी। अमेरिकी प्रधानमंत्री जो बाइडन और उनकी पत्नी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। वहीं ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी ट्वीट कर हादसे पर संवेदना प्रकट की है।