इंदिरा मार्किट में अस्थाई दुकानों को शिफ्ट करने का काम शनिवार को भी जारी

देहरादून। इंदिरा मार्किट में अस्थाई दुकानों को शिफ्ट करने का काम शनिवार को भी जारी रहा। एमडीडीए की टीम ने सुबह दस बजे कार्रवाई शुरू की। व्यापारियों ने एमडीडीए से मांग की है कि कार्यदायी संस्था उन्हें लिखकर दे कि दुकानें कितने समय के भीतर बन जाएगी। इस दौरान जेई डीएस चौधरी समेत अन्य मौजूद थे।
इंदिरा मार्केट रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्राधिकरण ने प्रशासन और पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया। प्रथम चरण में टैक्सी स्टैंड में स्थित कुल 71 दुकानों को अस्थायी दुकान बताया गया गया था। जिसके बावजूद पुरानी दुकानों को खाली नहीं किया जा रहा था। एमडीडीए ने संबंधित दुकानदारों से कई दौर की वार्ता, फिर भी दुकानों को खाली नहीं किया गया, जबकि दुकानों को शिफ्ट करने के लिए का बंधपत्र हस्ताक्षरित किया गया था।
एमडीडीए की कार्रवाई का स्थानीय दुकानदारों ने किया। दुकानदारों का कहना है कि पहले उन्हें बसाया गया, अब उनकी दुकानों को उजाड़ा जा रहा है। ऐसे में दुकानदारों की मांग है कि इस परियोजना को कुछ वक्त के लिए स्थगित कर दिया जाए। इंदिरा मार्केट रि-डेवलेपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुल 600 दुकानों और 1000 से अधिक गाड़ियों के लिए पार्किंग और अन्य आवश्यक सुविधाएं जैसे लिफ्ट, पार्किंग, ग्रीन स्पेस आदि का निर्माण पीपीपी मोड के अंतर्गत किया जाना है। अवैध निर्माण के खिलाफ एमडीडीए की कार्रवाईएमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया ने बताया कि देहरादून के सौंदर्यीकरण को देखते हुए यह कदम सरकार द्वारा उठाया गया है। यह दुकानें गिरा कर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा। यह दुकानें पहले ही गिराई जानी थी लेकिन बरसात होने के कारण इन्हें स्थगित कर दिया गया था। अब इन्हें पूरी तरह से गिराने का निर्णय एमडीडीए द्वारा लिया जा चुका है। साथ ही इन सभी स्टैकहोल्डर्स को बेहतरीन दुकानें देने का काम एमडीडीए द्वारा किया जाएगा।