नशीली दवाओं के अवैध निर्माण को रोकने के लिए अहम बैठक
नशीली दवाओं के अवैध कारोबारियों की पहचान व निगरानी पर बनाई रणनीति
पड़ोसी राज्यों से व्यापक समन्वय बनाकर कारोबारियों को धरपकड़ का भी प्लान
आरएनएस सोलन(बद्दी) : एशिया के सबसे बड़े फार्मा हब बीबीएन में नशीली दवाओं के उत्पादन व अवैध कारोबार व दुरूपयोग को रोकने के लिए हिमाचल, पंजाब व दिल्ली के पुलिस अधिकारियों, नार्कोटिक्स विभाग, गुप्तचर विभाग व ड्रग विभाग की एक अहम बैठक बद्दी में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता पुलिस महानिरीक्षक राज्य गुप्तचर विभाग हिमाचल प्रदेश अतुल फूलजले ने की। जबकि वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से डीजीपी संजय कुंडू में बैठक में उपस्थित रहे और उन्होंने अहम दिशा निर्देश जारी किए। बैठक में राज्य दवा नियंत्रक नवदीप मरवाहा, उप महानिदेशक उत्तरी खंड एनसीबी न्यू दिल्ली, उपनिदेशक ओपीएस न्यू दिल्ली, जोनल निदेशक एनसीबी चंडीगढ़, पुलिस विभाग के अठारह पुलिस अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्ष राज्य पुलिस विभाग, जिला ऊना, सोलन, सिरमौर, कांगड़ा व बद्दी के अधिकारी व थाना प्रभारी उपस्थित रहे।
इस अहम बैठक में बद्दी, कांलाअंब, पांवटा साहिब, सोलन, परवाणू, ऊना व कांगड़ा स्थित फार्मा उद्योगों में बन रही नशीली दवाओं के अवैध निर्माण, व्यापार व दुरूपयोग को राकेने के लिए व्यापक रणनीति बनाई गई। इस एक दिवसीय कार्याशाला में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज्य गुप्तचर विभाग नार्कोटिक्स जी शिवा कुमार व स्टेट ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाहा ने फार्मा ओपयडस की समस्या व समाधान के बारे उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी। वहीं पुलिस महानिरीक्षक राज्य गुप्तचर अपराध विभाग डा. अतुल फूलजले ने अंतराष्ट्रीय व अंतर राज्यी स्तर पर फार्मा ओपयडस बारे अवगत करवाया।
बैठक में नार्काेटिक्स विभाग न्यू दिल्ली के उपमहानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने अवैध व्यापार के व्यापारियों द्वारा अपनाई जाने वाली तकनीकों, इन पर कार्रवाई के दौरान आने वाली दिक्कतों से अवगत करवाया। बैठक में नशीली दवाओं के अवैध निर्माण, कारोबार पर अंकुश लगाने, अवैध कारोबारियों को पकडऩे, अवैध कारोबारियों की पहचान करके उनकी निगरानी रखने, चिट्टे, हिरोइन, सिंथेटिक्स ड्रग के दुरुपयोग व स्वास्थ्य पर इसके असर बारे भी चर्चा की गई। बैठक में पड़ोसी राज्यों पंजाब व दिल्ली के साथ समन्वय बनाकर नशा कारोबारियों पर नुकेल कसने को लेकर विशेष चर्चा की गई। एसपी बद्दी रोहित मालपानी ने बताया कि बैठक में नशीली दवाओं के निर्माण, कारोबार और दुरूपयोग को रोकने के लिए अहम रणनीति बनार्ई गई। बैठक में उच्चाधिकारियों ने जहां अपने विचार सांझा किए वहीं आपसी समन्वय बनाकर नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया।